मप्र में बदला मौसम का मिजाज: कहीं हुई राहत की बारिश तो कहीं गिरे आफत के ओले
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में ग्वालियर और चंबल संभाग के अलावा भोपाल, रीवा और सागर संभाग के जिलों तथा नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, अनूपपुर और शहडोल जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है।
भोपाल। मकर संक्रांति के दिन से मध्यप्रदेश में कड़ाके की सर्दी देखने को मिली थी। हालांकि बीते तीन-चार दिनों से ठंड से राहत मिल गई थी। लेकिन राजधानी भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई जिलों में बुधवार से मौसम का मिजाज बिगड़ गया। भोपाल, मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल, सहित कई जिलों में दिनभर बादल छाने के बाद देर शाम से बारिश शुरू हो गई है। यही, नहीं रायसेन-विदिशा और ग्वालियर-चंबल में तो ओले गिरने की खबरें सामने आई हैं। मौसम का मिजाज कई जिलों में गुरुवार सुबह भी बदला रहा।
भोपाल समेत कई जिलों जहां गुरुवार की सुबह घना कोहरा और बादल छाए रहे, तो वहीं कई जिलों से बूंदाबांदी की खबरें भी निकलकर सामने आई। मौसम का मिजाज बिगड़ने के बाद आम जनजीवन प्रभावित नजर आ रहा है। वहीं किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भी खिंच गई हैं। किसानों के चिंतित होने की बड़ी वजह हैं फलसलों में पाला लगने और ओलों का गिरना। मौसम विभाग की मानें तो बारिश का दौर खत्म होने के बाद प्रदेश में एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी। जिसकी वजह से फसलों में पाला लगने की संभावना बढ़ जाएगी।
24 घंटे में यहां हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके चलते पूर्वी राजस्थान से मध्य प्रदेश होते हुए विदर्भ तक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे नमी आने से प्रदेश के कई इलाकों में मंगलवार से बारिश हो रही है। भोपाल में बुधवार शाम को बारिश शुरू हुई। यह सिलसिला अगले 24 घंटे तक बना रहेगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में ग्वालियर और चंबल संभाग के अलावा भोपाल, रीवा और सागर संभाग के जिलों तथा नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, अनूपपुर और शहडोल जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है।
28 व 29 को शीत लहर के आसार
इस सिस्टम के खत्म होने के बाद प्रदेश में 28 और 29 जनवरी से शीतल दिन और शीत लहर शुरू हो सकती है। कल से फिर कई जिलों में मध्यम और घना कोहरा भी छाने की चेतावनी जारी की गई है।
फसलों पर पड़ेगा असर
कई जिलों में हुई बारिश के बाद मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड का कहर देखने मिल रहा है। कड़ाके की ठंड का असर कुछ इस तरह है कि लोग अब ठिठुरन से निजात पाने के लिए अलग-अलग तरकीब खोजते नजर आ रहे हैं। वहीं अब लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं, तो गर्म कपड़े पहन कर ठंड से बचाव कर रहे हैं। उधर, ठंड का सीधा असर फसलों पर भी देखने मिल रहा है, जहां कुछ फसलों के लिए तो ठंड का मौसम काफी अच्छा है, तो वहीं कुछ फसलों के लिए ठंड का मौसम काफी नुकसानदेह है।