धर्म

गणेश जी की दाईं या बाईं सूंड,क‍िस द‍िशा की सूंड वाली मूर्ति चमकाती है क‍िस्‍मत

भगवान गणेश (Lord Ganesha) प्रथम पूज्य देव हैं। शास्त्रों के अनुसार, हम कोई भी काम शुरू करने से पहले भगवान श्री गणेश की पूजा जरूर करते हैं। वे गणों के पति हैं इसलिए उन्हें गणपति कहा जाता है। भगवान गणेश बुद्धि के आराध्य देव हैं और विघ्न का नाश करने के साथ ही वे विवेक भी प्रदान करते हैं। ऐसा माना जाता है कि उन्हें उनके पिता महादेव से यह वरदान प्राप्त है कि जब तक भगवान गणेश की पूजा नहीं होती तब तक किसी भी देवता की पूजा स्वीकार नहीं होगी। ऐसे तो भगवान गणेश से जुड़ी कई कहानियां आपने सुनी होंगी, लेकिन आज हम आपको उनके विशेष अंग सूंड से जुड़े कुछ अद्भुत रहस्य बताएंगे जिन्हें जानकर आप अपने जीवन में हमेशा सुखी रहेंगे।

भगवान गणेश की सूंड से जुड़ी कुछ अद्भुत बातें

ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश अपनी सूंड से परम पिता ब्रह्म देव को जल अर्पण किया करते हैं।
सूंड वाली गणेश जी की प्रतिमा को देखकर आपके घर से बुरी शक्तियां दूर भाग जाती हैं।
भगवान गणेश की सूंड हमें बुद्धिमता और विवेक से रहना सिखाती है। आपने पढ़ा होगा कि भगवान गणेश ने किसी भी परिस्थिति में अपना विवेक नहीं खोया।
गणेश जी की सूंड वाली प्रतिमा घर में रखने से घर का वातावरण खुशनुमा और पॉजिटिव एनर्जी से भरा हुआ होता है।
गणेश जी की सूंड हमें अपने जीवन में हमेशा सक्रियता का बोध कराती है। उनकी हिलती डुलती सूंड हमें सिखाती है कि हमें अपने जीवन में चलते-फिरते रहना चाहिए।

भगवान गणेश के सूंड की दिशा का महत्व

आपने भगवान गणेश की हर प्रतिमा या तस्वीर में देखा होगा कि उनकी सूंड कभी दाएं ओर घूमी रहती है तो कभी बाईं ओर और कभी-कभी तो एकदम सीधी सूंड वाली प्रतिमा भी दिख जाती है। सूंड की दिशाओं में भी बहुत आश्चर्यचकित कर देने वाले रहस्य छुपे हैं।

दाहिनी ओर घूमी हुई सूंड (Right Trunk Ganesha At home)
दाईं ओर घूमी हुई सूंड वाले गणेश जी की प्रतिमा को घर में या ऑफिस में नहीं रखा जाता। ऐसी प्रतिमा को केवल मंदिरों में स्थापित करके उनकी पूजा की जाती है और अगर कभी इस तरह की प्रतिमा को कहीं स्थापित करना पड़े तो उसे विशेष विधि-विधान से ही स्थापित किया जाता है। इस तरह की प्रतिमा का प्रयोग दुश्मन पर विजय प्राप्त करने के लिए और अपने शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए जैसे कार्यों में किया जाता है।

बाईं ओर घूमी हुई सूंड वाले गणेश जी की प्रतिमा (Left Trunk Ganesha At home)
भगवान श्री गणेश की जिस भी प्रतिमा में उनकी सूंड बाईं और घूमी हुई हो वह प्रतिमा घर में स्थापित करने के लिए सबसे शुभ मानी जाती है। ऐसी प्रतिमा को अपने घर के मंदिर में स्थापित करके उसकी रोज पूजा-अर्चना करनी चाहिए। बाईं ओर घूमी हुई सूंड वाली प्रतिमा घर में स्थापित करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है साथ ही सभी प्रकार की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं। ऐसी प्रतिमा को स्थापित करने पर व्यापार में बढ़ोतरी मिलती है, संतान का सुख मिलता है, विवाह की सारी रुकावटें दूर होती हैं और परिवार में खुशहाली का माहौल बना रहता है।

सीधी सूंड वाले गणेश जी की प्रतिमा (Straight Trunk Ganesha Idol)
सीधी सूंड वाले गणेश जी की प्रतिमा बहुत दुर्लभ होती है यह आपको जल्दी देखने को नहीं मिलती है। सीधी सूंड वाले गणेश जी की प्रतिमा की पूजा रिद्धि-सिद्धि, कुंडलिनी जागरण, और इस मोह माया से विरक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति के लिए किया जाता है। सीधी सूंड वाले गणेश जी की प्रतिमा हमेशा वैरागी या साधु-संत ही स्थापित करते हैं।

 

 

 

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