जेठ माह हो चुका है शुरू,करें सूर्य उपासना और जल का दान

हिन्दू कैलेंडर (Hindu calendar) के अनुसार ज्येष्ठ का महीना शुरू हो गया है,जिसका समापन 25 जून 2021 को होगा। साल के तीसरे महिना को ज्येष्ठ माह कहा जाता है । ज्येष्ठ माह को आम बोलचाल की भाषा में जेठ का महिना भी कहा जाता है। शास्त्रों में ज्येष्ठ के महिने का खास धार्मिक महत्व (Religious significance) बताया गया है। धार्मिक दृष्टि से ज्येष्ठ माह का संबंध पानी से जोड़ा गया है, ताकि जल का संरक्षण किया जा सके। इसलिए ज्येष्ठ महिने में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी जैसे व्रत भी आते हैं। इस मास में सूर्य और वरुण देव (Surya and Varun Dev) की उपासना विशेष फलदायी होती है। चूंकि इस महीने में सूर्य (Sun) अत्यंत शक्तिशाली होता है जिससे भयंकर गर्मी होती है। सूर्य की ज्येष्ठता के कारण इस माह को ज्येष्ठ कहा जाता है। शास्त्रों में इस माह से जुड़े कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। आइए जानते हैं इस माह का महत्व और नियमों के बारे में।
कैसे पड़ा इस मास का नाम ज्येष्ठ?
ज्येष्ठ या जेठ के महिने में गर्मी अपने चरम पर रहती है। सूर्य की ज्येष्ठता के कारण इस महिने को ज्येष्ठ कहा जाता है, साथ ही ज्येष्ठा नक्षत्र होने के कारण भी इस महिने को ज्येष्ठ कहा जाता है। जेठ के महीने में धर्म का संबंध पानी से जोड़ा गया है, ताकि जल का संरक्षण किया जा सके। जेठ के महिने में पानी से जुड़े 2 व्रत एवं त्योहार मनाए जाते हैं। पहला है गंगा दशहरा तो दूसरा निर्जला एकादशी है।
इस माह में करें ये कार्य
इस मास में सूर्य और वरुण देव की उपासना विशेष फलदायी होती है। इसलिए कहा गया है कि इस माह में हर सुबह और संभव हो तो शाम को भी पौधों में जल (Water in plants) देना चाहिए। चूंकि इस माह में गर्मी तेज होती है और जल संकट भी। ऐसे में प्यासे को पानी पिलाना भी पुन्य कार्य की दृष्टि से बड़ा माना गया है। इस माह में घड़े के अलावा जल और पंखों (Donation of water and wings) का दान करना भी श्रेष्ठ बताया गया है।
जल का दान करें
ज्येष्ठ माह में गर्मी बढ़ जाती है। इन दिनों जल का दान करें। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार दान का बहुत अधिक महत्व होता है। गर्मी बढ़ने से पानी की समस्या होने लगती है, जिस वजह से कई लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल पाता है, इसलिए इस महीने जल का दान करना चाहिए। जरूरतमंद लोगों को पानी पिलाना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति जरूरतमंद लोगों की मदद करता है उस पर भगवान की विशेष कृपा दृष्टि रहती है।
पक्षियों के लिए दाना-पानी रखें
घर के बाहर या छत में पक्षियों (birds) के लिए दाना-पानी रखना चाहिए। इस माह में नदी-तालाब सूखने लगते हैं जिस वजह से पक्षियों को पानी नहीं मिल पाता है, इसलिए घर के बाहर या छत पर पक्षियों के लिए दाना-पानी अवश्य रखें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पक्षियों को दाना-पानी देना शुभ माना जाता है।
सूर्य को जल चढ़ाएं
सूर्य को जल (Water to the sun) चढ़ाना शुभ माना जाता है। नित्य सुबह सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस माह में सूर्य पूजा का भी विशेष महत्व होता है।