एक ही फ्लैट कई लोगों को गिरवी रख लाखों की ठगी करने वाला ‘जोड़ा’ पहचान बदलकर मुंबई में छुपा था
शेयर बाजार में घाटा हुआ तो करने लगे ठगी

इंदौर। क्राइम ब्रांच ने ऐसे ठगोरे महिला-पुरुष को पकड़ा है जिन्होंने एक ही फ्लैट कई लोगों को बेचकर करीब करीब 37 लाख रुपए की धोखाधड़ी की और फरार हो गए थे। इन्हें मुंबई से गिफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपित का नाम अमन सिंह (मूल निवासी रीवा) वर्तमान पता सार्थक विहार इंदौर और उसकी महिला मित्र है। इस मामले में फरियादी डॉ. दीपक गवली ने क्राइम ब्रांच में कुछ दिन पहले शिकायत कर बताया गया था कि अजय उर्फ अमन सिंह, निवासी सार्थक विहार, इंदौर और उसकी महिला मित्र ने उनसे एक फ्लैट गिरवी रखने के बदले पाँच लाख रुपए ले लिए। बाद में पता चला कि रजिस्ट्री फर्जी है। पैसा लेने के बाद दोनों लापता हो गए हैं। इस शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की तो कुछ और मामले सामने आए। पालदा निवासी फरियादी सुरेश मेवाड़ा ने बताया कि उक्त दोनों ठगों ने उनसे भी उसी फ्लैट को गिरवी रखकर 16 लाख रुपए ले लिए। इनके अलावा आकाश गोरे निवासी शिवाजी नगर से पाँच लाख रुपए, रवि कांत से 6 लाख रुपए और सतीश परमार से 5 लाख रुपए ले लिए हैं। सभी को फ्लैट की कूटरचित रजिस्ट्री दिखाकर कुल 37 लाख लेकर फरार हो गए हैं। खास बात यह है कि आरोपित जिस फ्लैट को गिरवी रखकर लोगों से ठगी कर रहे थे दोनों ने वो फ्लैट पहले ही बैंक से फाइनेंस करा रखा था।
चार दिन निगरानी कर पकड़ा
जाँच के दौरान को पुलिस को पता चला कि आरोपित मुंबई में नाम और पहचान छुपाकर एक फ्लैट में रह रहे हैं। उन्होंने अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया है। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम मुंबई भेजी गई। तीन-चार दिन तक आरोपितों पर नजर रखकर उनके होने की पुष्टि की और फिर दबोच लिया। टीम उन्हें लेकर इंदौर आ गई है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि शेयर बाजार में बड़ा घाटा होने के बाद दोनों ने लोगों से ठगी करने की योजना बनाई। इनसे ठगाए दस से बारह लोग अभी तक पुलिस की जानकारी में आ चुके हैं। आगे की पुछताछ में और वारदातों का पता चलेगा।