भारत-चीन सीमा विवाद: दोनों देशों की सेनाओं ने कहा- जल्द हल होंगे लंबित मुद्दे

प्रमुख खबरें : नई दिल्ली। भारतीय और चीनी सेनाओं (Indian and Chinese armies) ने पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में जारी सीमा विवाद को तेजी से हल करने पर सहमति जतायी और 12वें दौर की सैन्य स्तर की वार्ता को रचनात्मक करार दिया। हालांकि बातचीत में बाकी बचे प्वाइंट पर सेना वापसी को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं हो सका था। दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गई है।
वार्ता के दो दिन बाद भारतीय सेना की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने सीमा विवाद (border dispute) पर गहराई से बातचीत की। इसमें सैनिकों की वापसी पर बात हुई और इस दौरान आपसी समझ को बढ़ाने में मदद मिली। हॉट स्प्रिंग (hot spring) और गोगरा (gogra) के मुद्दे पर दोनों पक्ष अगले दौर में और विस्तृत बातचीत करेंगे। सरकार सामान्य तौर पर पूर्वी लद्दाख क्षेत्र को पश्चिमी सेक्टर के तौर पर पेश करती है।
दोनों देशों की सेनाओं ने सैन्य स्तर की हुई 12वें दौर की वार्ता सकारात्मक करार दिया और उन्होंने कहा कि बाकी बचे हुए मुद्दों को वर्तमान समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार त्वरित आधार पर हल करने को लेकर सहमत हुए। साथ ही बातचीत व वार्ता की गति बरकरार रखने पर भी सहमति जताई गई। इसके मुताबिक, दोनों पक्ष LAC पर स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रभावी प्रयासों को जारी रखने को लेकर भी सहमत हुए।
12वें दौर में 9 घंटे लंबी बातचीत
शनिवार को भारत और चीन के सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए 12 वें दौर की वार्ता की थी। वार्ता करीब नौ घंटे चली लेकिन इसके नतीजे अनुमान के अनुरूप ही आए। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच में सीमा क्षेत्र में तनाव घटाने, एक तरफा सैन्य कार्रवाई या एक दूसरे को उकसाने जैसी कार्रवाई से बचने के उपायों पर सहमति बनी, लेकिन गोगरा पोस्ट और हॉट स्प्रिंग समेत भारतीय चिंताओं वाले इलाके से अपनी फौज को पीछे ले जाने पर चीन की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिला।