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योगी की दो टूक: चयनित अधिकारी शुरू में ही भ्रष्टाचार रूपी मधुमक्खी से बना लें दूरी

ताजा खबर : लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने सवा चार वर्ष के कार्यकाल में राज्य में 4.5 लाख से अधिक युवाओं को स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से रोजगार दिया है। योगी ने कहा कि चयनित उपजिलाधिकारी शुरुआत से ही भ्रष्टाचार (corruption) की मक्खियों से दूरी बना लें।

मंगलवार को लोकभवन में आयोजित प्रादेशिक प्रशासनिक सेवा (पीसीएस-2019) में उपजिलाधिकारी (SDM) पद पर चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि न्याय से कोई वंचित न होने पाए और न्याय होता हुआ दिखना भी चाहिए। जल्द ही प्रशिक्षण प्राप्त करने जा रहे नवचयनित उपजिलाधिकारियों (newly elected deputy collectors) को मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार से दूर रहने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि, लोग अधिकारी बनने के बाद एक टापू की तरह एकाकी हो जाते हैं, जिनके इर्द-गिर्द भ्रष्टाचार की मक्खियां आ जाती हैं लेकिन जो PCS अधिकारी अपने अच्छे कार्यों के बल पर जिलाधिकारी, कमिश्नर और सचिव तक बन सकते हैं, कई बार ऐसे लोगों के कारण पदावनति, निलंबन और बर्खास्तगी का दंड भोगने को मजबूर हो जाते हैं। ऐसे में बेहतर यही है कि शुरुआत से ही इन मक्खियों से दूरी बना ली जाए।

योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने 4.5 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी है और कोई भी भर्ती मामला अदालत में लंबित नहीं है। हमारी सरकार ने सुनिश्चित किया कि भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी हो। पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 2017 से पहले चयन आयोग और बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा हुआ करते थे। सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया कलंकित थी।

जातिवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार इस कदर हावी था कि न्यायालय को जांच करानी पड़ी। युवाओं के हितों पर कुठाराघात होता था, युवा कुंठित थे, लेकिन आज अपने-पराए का भेद नहीं है। योगी ने कहा, आयोगों की जड़ता, पक्षधरता और अराजकता की नीति से उत्तर प्रदेश मुक्त हो चुका है और उत्तर प्रदेश में अब योग्यता, प्रतिभा और मेरिट का सम्मान है। उपजिलाधिकारी पद पर चयनित 51 युवाओं से मुखातिब मुख्यमंत्री ने सभी को देश के सबसे बड़े राज्य की सबसे बड़ी प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा बनने के लिए बधाई दी।

साथ ही, जनता के प्रति जवाबदेह बने रहने का मंत्र दिया। पीसीएस सेवा को आईएएस की रीढ़ बताते हुए योगी ने कहा कि अब जबकि उनका चयन योग्यता, क्षमता और मेरिट के आधार पर शुचितापूर्ण और पारदर्शी रीति से हुआ है तो सेवाकाल में इसी भावना के साथ काम करने की अपेक्षा भी है। कार्यक्रम के दौरान चयनित युवाओं ने उप्र में भर्ती प्रक्रिया पर भी अपने विचार साझा किए।

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