सूरजपुर : विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियां अपना-अपना दम दिखाने लगती है। ऐसे में मौजूदा सरकार कोई न कोई ऐसी स्कीम चलाती है। जिससे जनता को लुभा सके। ऐसे में कई बार सरकार का दांव उस पर ही उलटा पड़ जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है सुरजपूर से। जहां मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना करके कांग्रेस ने जनता का दिल जीतने की कोशिश की थी, लेकिन इस सामूहिक विवाह में आदिवासी युवती का निकाह मुस्लिम युवक से कराना सरकार और विभाग को भारी पड़ गया। देखिये ये रिपोर्ट…
आदिवासी युवती के निकाह का मामला
दरअसल सरकार और विभाग ने सामूहिक विवाह समारोह में एक आदिवासी युवती का निकाह मुस्लिम युवक के साथ संपन्न कराया था। जिसके बाद अब युवती के परिजन और भाजपा नेता पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत लेकर पहुंचे है। उनका कहना है कि मामले में दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ऐसे में अधिकारियों और कर्मचारियों पर तो गाज गिरेगी ही, लेकिन साथ ही सरकार को भी चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
विधायक की मौजूदगी में पढ़ाया निकाह
गौरतलब है कि रामानुजनगर ब्लॉक के ग्राम कोट पटना में बीते 13 मार्च को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना आयोजित किया गया था। जिसमे अतिथि के तौर पर क्षेत्रीय विधायक खेलसाय सिंह भी मौजूद थे। एसपी को दिए शिकायत पत्र में युवती के माता-पिता ने यह कह कर सवाल खड़े कर दिए कि उनकी पुत्री का विवाह अधिकारियों ने जोर जबरजस्ती से मुस्लिम धर्म के लड़के से करा दिया है। 70 वर्षीय देवनारायण उइके ने भाजपा नेताओं के साथ एसपी कार्यालय पहुंच कर एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि उनकी बेटी को बहला फुसलाकर मुस्लिम युवक से उसका निकाह कराया गया है।
विधानसभा चुनाव में सरकार को लगेगा झटका!
ऐसे में बड़ा सवाल यही उठता है कि आखिर युवती का निकाह उसकी मर्जी के खिलाफ किया गया है या फिर इस निकाह में उसकी भी रजामंदी थी, खैर ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन देखने वाली बात तो ये है कि इस निकाह से आने वाले विधानसभा में कांग्रेस सरकार को इसका कितना खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।