टंट्या भील की जन्मस्थली से मोदी पर खूब गरजे राहुल, संघ को भी नहीं छोड़ा
टंट्या मामा एक सोच और विचारधारा थे। उनकी सोच की वजह से मैं यहां आया हूं। आदिवासी शब्द के पीछे हमारी यह सोच है कि देश के पहले मालिक आदिवासी है। उनका जमीन, जंगल, जल पर हक होना चाहिए, लेकिन जंगल से बाहर भी अधिकार मिलने चाहिए।
खंडवा / भोपाल। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का मध्यप्रदेश में गुरुवार को दूसरा दिन था। यात्रा के दूसरे दिन राहुल के साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी, मप्र के पूर्व सीएम कमलनाथ के अलावा हजारों भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। गुरुवार को निकल यात्रा मुख्य रूप से खंडवा में थी। इस दौरान राहुल गांधी अपनी यात्रा को लेकर आदिवासियों के जननायक टंट्या भील की जन्मस्थली बड़ोदा अहीर गांव पहुंचे। जहां राहुल ने टंट्या मामा की प्रति पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उन्होंने यहां पर एक जनसभा को संबोधित कर भाजपा की मध्यप्रदेश और केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि टंट्या मामा एक सोच और विचारधारा थे। उनकी सोच की वजह से मैं यहां आया हूं। आदिवासी शब्द के पीछे हमारी यह सोच है कि देश के पहले मालिक आदिवासी है। उनका जमीन, जंगल, जल पर हक होना चाहिए, लेकिन जंगल से बाहर भी अधिकार मिलने चाहिए। अगर आप आदिवासी हो और देश में सबसे पहले रहते थे, तो इसका मतलब ये है कि आप इस देश के असली मालिक हो।
छीने जा रहे आदिवासियों के अधिकार
लेकिन कुछ दिन पहले मैंने प्रधानमंत्री का एक भाषण सुना और उसमें उन्होंने आदिवासियों के लिए एक नया शब्द प्रयोग किया, वनवासी। वनवासी का मतलब अलग है। इसका मतलब ये है कि आप पहले मालिक नहीं हो, आप सिर्फ जंगल में रहते हो। वन के बाहर आदिवासियों को कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए। कुल मिलाकर मोदी के इस शब्द से पता चलता है कि वह आदिवासियों को देश का पहला मालिक नहीं मानते। ऐसा इसलिए कि भाजपा की सरकारें जंगल को उद्योगपतियों को दे रही है। देश से जंगल को खत्म यह आदिवासियों के अधिकार छीनने का प्रयास कर रही हैं।
संघ पर भी साधा निशाना
इस दौरान राहुल ने भाजपा सरकारों के साथ ही संघ पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि टंट्या मामा, बिरसा मुंडा को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ाया और आरएसएस ने अंग्रेजों की मदद की। कांग्रेस ने हिन्दूस्तान से अंग्रेजों को भगाया। तब आरएसएस अंग्रेजों के साथ खड़ी थी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों पर सबसे ज्यादा अत्याचार मध्य प्रदेश में होते है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि मध्य प्रदेश में यात्रा शुरू होगी तो वे टंट्या मामा की जन्मस्थल पर जाना चाहते थे। यह उनका आग्रह नहीं था, निर्देश थे। हमें खुशी है कि राहुल उनकी जन्मस्थली पर आए।