सदन में पर्चा फाड़ने की घटना से दुखी स्पीकर: कहा- फिर ऐसा हुआ तो होगी सख्त कार्रवाई

ताजा खबर : नई दिल्ली। संसद (Parliament) का मानसून सत्र (monsoon session) का आज नौवां दिन है। लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा (Rajya Sabha) के दोनों सदनों में पेगासस जासूसी कांड (Pegasus spy scandal) , कोरोना त्रासदी (corona tragedy), कृषि कानूनों की वापसी और महंगाई जैसे कई मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों (opposition parties) का हंगामा आज भी जारी है। संसद में जारी गतिरोध को लेकर लोकसभा स्पीकर (Lok Sabha Speaker) ने सांसदों को चेतावनी दी है। ओम बिरला (Om Birla) ने कहा कि सांसद संसद की गरिमा का ख्याल रखें।
सदन के अंदर कल हुई पर्चा फाड़ने की घटना को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दुख जताया और कहा कि यह कृत्य सदन के मानदंडों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कल जो भी घटना घटित हुई वह इस प्रतिष्ठित सदन की मूल नैतिकता के खिलाफ थी। अगर किसी के खिलाफ कोई शिकायत है तो कोई भी सदस्य मेरे चेंबर में अपनी समस्या आकर बता सकता है।
लोकसभा स्पीकर ने कल की घटना पर चेतावनी देते हुए कहा कि लोकसभा स्पीकर या सभापति पर कागज फेंकना स्वीकार्य नहीं है। सदन के सदस्य लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करते है और ऐसी घटनाएं दोहराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर अब ऐसी घटना दोबारा सदन के अंदर हुई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधीर रंजन के बयान पर भड़के संसदीय कार्यमंत्री
वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने कहा कि हम चेयर का सम्मान करते हैं। सभी विपक्षी सदस्य सम्मान कर रहे हैं। सदन में जो हो रहा है, वो सरकार के अड़ियल रवैये की वजह से हो रहा है। उनके इस बयान पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि चेयरपर्सन और ट्रेजरी बेंच पर फेंके गए कागजों के बंडल माफी योग्य नहीं है। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद कार्यवाही सुबह 11.30 तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पर्चा फाड़ने वाले सांसदों के निलंबन की तैयारी
बता दें कि बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के कुछ सांसद पेपर फाड़कर उड़ाने लगे थे। यही नहीं उन्होंने लोकसभा स्पीकर पर भी कागज के टुकड़े फेंके। इस पर सरकार 10 सांसदों के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव रखने की तैयारी में है। सरकार जिन विपक्षी सांसदों के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव लाने की तैयारी में है, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी ईडन, रवनीत सिंह बिट्टू, गुरजीत सिंह औजला, मणिकम टैगोर, दीपक बैज, एएम आरिफ,डीन कुरियाकोस, ज्योतिमणि, सप्तगिरी उलाका शामिल हैं।