शिलॉन्ग। इंदौर की सोमन बेवफा निकली। महज 28 दिन पहले सात फेरे लेने वाली सोमन ने पति राजा रघुवंशी की हत्या कराई है। उसने शिलांग में भाड़े के हत्यारे बुलाकर राज की निर्मम हत्या कराई। सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के नंदगंज में एक ढाबे के पास से हिरासत में लिया गया है।पुलिस ने सोनम समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने 2 आरोपियों को इंदौर से जबकि एक यूपी से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम ने अपने अफेयर के चलते राजा की हत्या की साजिश रची थी।
बता दें कि मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून मनाने के लिए मेघालय गया जोड़ा 23 मई को लापता हुआ। लापता जोड़े में से राजा का का शव दो जून (सोमवार) को 150 फीट गहरी खाई में मिला था। युवक की पत्नी ने 17 दिन बाद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया। 18 दिन से मामले की जांच में जुटी मेघालय पुलिस ने आखिरकार गुत्थी को सुलझा लिया। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने ‘एक्स’ पर लिखा, राजा हत्याकांड में सात दिनों के भीतर ही पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के रहने वाले तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान अभी भी जारी है।
सीसीटीवी फुटेज और आॅडियो कॉल ने खोले कई राज
22 मई को शिलांग के एक होटल के बाहर का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें सोनम और राजा स्कूटी पर आते और बैग रखते नजर आ रहे हैं। यह वही स्कूटी है जो बाद में लावारिस मिली। इसके अलावा, 23 मई को दोपहर डेढ़ बजे सोनम ने राजा की मां उमा देवी से आखिरी बार बात की थी। कॉल में सोनम ने कहा था, मां ये मुझे जंगलों में घुमा रहे हैं, झरना देखने आए हैं इसके आधे घंटे बाद फोन बंद हो गया। आॅडियो कॉल में सोनम मासूमियत से व्रत, खाने की शिकायत और सांस फूलने की बातें करती है। लेकिन अब वही सोनम हत्या की आरोपी है। सूत्रों के मुताबिक सोनम का पहले से किसी और युवक से अफेयर था और उसी के चलते पति राजा की हत्या की साजिश रची गई। राजा को प्रेमजाल में फंसाकर शिलांग ले जाया गया, जहां उसे सुनियोजित तरीके से मौत के घाट उतार दिया गया।
मां बोलीं- ये भी दुख है वो भी दुख है
इसी बीच सोनम की मां संगीता सोनम का भी बयान आया है। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि धन्यवाद जो मिल गई है। ये भी दुख है, वो भी दुख है। लेकिन अभी तो राजा के कातिल का भी पता लगाना है। संगीता ने कहा कि क्या सही है और क्या गलत है, यह तो जांच में ही पता चलेगा। मैं क्या ही बताऊं। बेटी मिल गई है लेकिन सच क्या है। अब तो आगे की चीजों का हमें ही सामना करना पड़ेगा। फिलहाल इंदौर पुलिस के साथ-साथ शिलांग पुलिस भी गाजीपुर पहुंच रही है।
डीजीपी ने भी किया बड़ा खुलासा
इससे पहले डीजीपी आई नोंग्रांग ने सोमवार सुबह बताया कि इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या कथित तौर पर मेघालय में हनीमून के दौरान उनकी पत्नी की ओर किराए पर बुलाए गए लोगों ने की। उन्होंने बताया कि पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, जबकि तीन अन्य हमलावरों को रात भर की छापेमारी में गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य आरोपियों को एसआईटी ने इंदौर से पकड़ा। उन्होंने कहा कि सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। नोंग्रांग ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि पत्नी ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें किराए पर लिया था। अपराध में शामिल कुछ और लोगों को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश में अभियान अभी भी जारी है।
राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था केस
इंदौर के इस जोड़े के लापता होने का केस राजा का शव मिलने के बाद और उलझ गया था। दरअसल, भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने ड्रोन्स के जरिए राजा का शव ढूंढा। उनका शव बुरी तरह सड़ चुका था और चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। परिजनों ने एक टैटू के जरिए शव की पहचान की। हालांकि, राजा के शव के आसपास खोजबीन पर भी सोनम का कुछ पता नहीं चला। इतना ही नहीं राजा का शव वोइसाडोंग नाम की जगह पर मिला। इस खोज अभियान में एसडीआरएफ, स्पेशन आॅपरेशन टीम और एक माउंटेनियरिंग क्लब भी शामिल था। वोइसाडोंग में जहां शव मिला, वह जगह राजा-सोनम की तरफ से किराए पर ली गई स्कूटी की लोकेशन से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। यह फासला मामले में और शक बढ़ाने वाला बना। राजा के शव के पास से न उनका मोबाइल मिला, न पर्स, और न ही राजा की पहनी सोने की चेन और अंगूठी। सिर्फ उसकी स्मार्टवॉच ही कलाई पर बंधी मिली थी।
पर्यटक गाइड के खुलासे की बात सच होती नजर आ रही
इससे पहले बीते दिनों मामले एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ था। दरअसल, एक पर्यटक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन यह जोड़ा लापता हुआ, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। 23 मई को दंपती लापता हुआ था। राजा का शव 2 जून को एक गहरी खाई में मिला था।
‘चार लोग थे, हिंदी में बात कर रहे थे’
मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने बताया था कि उन्होंने दंपती को तीन पुरुष पर्यटकों के साथ 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास नोंग्रियात से मावलाखियात तक 3,000 से अधिक सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था। अल्बर्ट ने कहा था कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था और एक अन्य गाइड को किराये पर कर लिया था।
‘चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी’
उन्होंने बताया था कि चारों पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होमस्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। अल्बर्ट ने दावा किया था कि जब मैं मावलाखियात पहुंचा, उनका स्कूटर वहां नहीं था। इंदौर के दंपती का किराये का स्कूटर मावलाखियात के पार्किंग स्थल से कई किलोमीटर दूर सोहरारिम में पाया गया और उसमें चाबी लगी हुई थीं।