लालू को एक और राहत: डीएलएफ रिश्वत मामले नहीं मिला ठोस सबूत, सीबीआई ने दी क्लीन चिट
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव (Lalu Yadav) के लिए एक और बड़ी राहत की खबर आई है। DLF रिश्वत मामले में सीबीआई ने लालू यादव को क्लीन चिट (clean chit) दे दी है। पता ये भी चला है कि ये क्लीन चिट अभी नहीं बल्कि पूर्व डायरेक्ट ऋषि कुमार शुक्ला (Rishi Kumar Shukla) के कार्यकाल में ही दे दी गई थी। 2018 CBI ने प्रारंभिक जांच के तौर पर ये केस दर्ज किया था, लेकिन इस मामले की छानबीन करने के बाद जब कोई ठोस सबूत नहीं मिला तो इसकी फाइल बंद कर दी गई और लालू यादव को clean chit दे दी गई थी।
इस मामले में आरोप था कि 2007 में कथित शेल कंपनी एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (AB Export Private Limited) ने दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 5 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी खरीदी थी। ये कॉलोनी DLF ने तैयार की थी। बाद में 2011 में लालू यादव के बच्चों तेजस्वी, चंदा और रागिनी ने एबी एक्सपोर्ट को 4 लाख रुपए में खरीद लिया। इस तरह करोड़ों की प्रॉपर्टी लालू को कथित तौर पर 4 लाख रुपए में ही मिल गई। इसके बाद आरोप लगे कि एबी एक्सपोर्ट के जरिए DLFने रिश्वत पहुंचाई। ये रिश्वत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और बांद्रा रेलवे स्टेशन के प्रोजेक्ट के बदले में दी गई थी।
जमानत पर रिहा हैं लालू यादव
चारा घोटाले से जुड़े दुमका ट्रेजरी (Dumka Treasury) मामले में लालू यादव को पिछले महीने ही जमानत मिली है। दुमका ट्रेजरी से 3.13 करोड़ रुपए की अवैध निकासी के मामले में लालू यादव को 7 साल की सजा मिली थी। वो पिछले तीन साल से ज्यादा लंबे वक्त से जेल में थी। हालांकि, उनकी बिगड़ती तबीयत की वजह से उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था। उनकी तबीयत में सुधार आते ही लालू बेटी मीसा भारती के घर शिफ्ट हो गए हैं।