भोपाल का का गौरव दिवस कल: आज पूरे उत्साह से दौड़ी राजधानी, गौरव दौड़ में शिवराज भी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री ने नागरिकों को भोपाल गौरव दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भोपाल देश के स्वतंत्र होने के समय 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र नहीं हुआ। तब तत्कालीन नवाब ने भारतीय संघ में भोपाल रियासत के विलय से इनकार कर दिया था।
भोपाल। भोपाल जिले का कल गुरुवार को गौरव दिवस मनाया जाएगा, लेकिन उत्सव की शुरुआत बुधवार से ही शुरू हो गई है। बुधवार सुबह भोपाल गौरव दौड़ का आयोजन किया गया। इस गौरव दौड़ को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हरी झंडी दिखाई। उन्होंने सुबह भोज ताल वीआईपी रोड पर राजा भोज की प्रतिमा से भोपाल गौरव दौड़ को झंडी दिखा कर रवाना की। इसमें भोपाल के नागरिक विशेषकर युवाओं ने उत्साह से हिस्सा लिया गया। राजा भोज प्रतिमा से भोपाल बोट क्लब तक लगभग 3 किलोमीटर भोपाल गौरव दौड़ में उत्साह जैसा माहौल देखने को मिला। इस खास मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल महापौर मालती राय, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, कमिश्नर माल सिंह और कलेक्टर आशीष सिंह सहित जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों को भोपाल गौरव दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भोपाल देश के स्वतंत्र होने के समय 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र नहीं हुआ। तब तत्कालीन नवाब ने भारतीय संघ में भोपाल रियासत के विलय से इनकार कर दिया था। इसके लिए नागरिकों को संघर्ष करना पड़ा और विलीनीकरण आंदोलन के फलस्वरुप अनेक सेनानियों के बलिदान के बाद ही भोपाल एक जून 1949 को स्वतंत्र हुआ। रायसेन जिले के बोरास में इस आंदोलन में युवा शहीद भी हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विलीनीकरण आंदोलन के शहीद सेनानियों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।
राजधानी को बनाना है देश का सबसे स्वच्छतम शहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भोपाल के हजारों नौजवान और नागरिक गौरव दौड़ में गौरव के भाव से और उमंग से हिस्सा ले रहे हैं। भोपाल को स्वच्छतम राजधानी का दर्जा मिल चुका है। अब भोपाल को भारत का स्वच्छतम शहर बनाना है। क्लीन शहर और ग्रीन शहर हो हमारा भोपाल, यह हम सभी का संकल्प होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में नागरिकों विशेषकर युवाओं की भागीदारी बढ़ रही है। भोपाल शहर राजा भोज का शहर है, रानी कमलापति का शहर है और हम सभी का शहर है। सभी मिलकर भोपाल को ग्रीन और क्लीन बनाएं।
भोपाल को आगे बढ़ाने मिलकर लें संकल्प
सीएम ने कहा कि गौरव दिवस पर हो रही गौरव दौड़ में युवाओं का असीम उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसा प्रतीत होता है मानो पूरा भोपाल दौड़ रहा हो। हम सभी मिल कर भोपाल को आगे बढ़ाने का संकल्प लें। इसके लिए प्रत्येक नागरिक को कुछ नेक काम अपनाने होंगे। कम से कम एक कार्य करने का दायित्व जरूर लें। इनमें स्वच्छता, पौधा लगाना, बेटियों को पढ़ाना, ऊर्जा का संरक्षण, बिजली की बचत आदि शामिल हैं। सरकार के साथ समाज भी विकास के कामों में भागीदार बने। कार्यक्रम में विलीनीकरण आंदोलन के देशभक्त भाई रतन कुमार के परिवार से डॉ. आलोक गुप्ता और अनुराधा गुप्ता भी भोपाल गौरव दौड़ रवाना होने के अवसर पर उपस्थित थे।
इंदौर के कलाकारों ने दी प्रस्तुति
सुबह पांच बजे से ही लोग वीआईआईपी रोड पर एकत्रित होने लगे थे। मुख्यमंत्री ने गुब्बारे छोड़कर भोपाल गौरव दौड़ को रवाना किया और स्वयं भी दौड़ का हिस्सा बने। इस दौरान इंदौर के कालाकारों ने प्रस्तुति दी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, भोपाल की महापौर मालती राय, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, कमिश्नर भोपाल संभाग माल सिंह, कलेक्टर भोपाल आशीष सिंह और अनेक जनप्रतिनिधि भी भोपाल गौरव दौड़ रवाना होने के अवसर पर उपस्थित थे।