शिवराज पाप धोने के लिए कर रहे घोषणाएं: नाथ ने सीएम पर साधा निशाना
नाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का प्रयास है कि कोई ना कोई प्रलोभन देकर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जाए। 18 वर्षों तक बहनों की याद नहीं आई, किसानों की परेशानियां और बेरोजगारी याद नहीं आई।

भोपाल। मध्यप्रदेश में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव है। चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी के दो बड़े नेता पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह प्रदेशभर के दौरे कर रहे हैं। इसी क्रम में पीसीसी चीफ पूर्व सीएम कमलनाथ गुरुवार को बालाघाट जिले के परसवाड़ा पहुंचे। यहां उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर सीधा निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया कि वह अपने पाप धोने के लिए घोषणाएं कर रहे हैं।
नाथ ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का प्रयास है कि कोई ना कोई प्रलोभन देकर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जाए। 18 वर्षों तक बहनों की याद नहीं आई, किसानों की परेशानियां और बेरोजगारी याद नहीं आई। अब चुनाव के पहले अपने पाप धोने के लिए यह सब घोषणा की जा रही। हमारा संगठन लगातार जनता के संपर्क में बना हुआ है और आज प्रदेश की समझदार जनता इस बात को समझ चुकी है कि विगत वर्षों में उनके साथ कितना बड़ा धोखा किया गया है। नाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सिंह ने प्रदेश को महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, घोटाले, माफियावाद दिया। उन्होंने कहा क 18 साल की भाजपा सरकार में बालाघाट जिले की स्थिति देखकर बहुत दु:ख होता है।
विकास यात्रा का 160 जगहों पर हुआ विरोध
वहीं कमलनाथ ने भाजपा सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा, भाजपा के सभी 28 सांसद फिलहाल छिपे हुए हैं, क्योंकि पिछले 4 वर्षों में उन्होंने कोई काम नहीं किया। शिवराज सरकार के विकास यात्रा का 160 जगह पर विरोध हुआ जिससे भाजपा एवं उनके जनप्रतिनिधियों की पोल खुल गई है। पूर्व सीएम ने आरोप लगाते हुए कहा, मध्य प्रदेश में आज हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं खस्ताहाल हो चुकी हैं। भर्ती व्यवस्थाओं की बात करें तो पेसा कोआॅर्डिनेटर भर्ती में बड़ा घोटाला सामने आया, जिसने प्रदेश को लज्जित किया और आदिवासी वर्ग के अधिकारों का हनन हुआ।”
पेसा कानून को कमजोर करने किया गया प्रयास
नाथ ने कहा कि पेसा कानून में जो नियम बनाए गए हैं। उनका क्रियान्वयन किस प्रकार किया जाएगा यह स्पष्ट नहीं है। इस प्रकार के गोलमोल नियम बनाकर पेसा कानून को कमजोर करने का प्रयास किया गया है। प्रदेश में आदिवासी भाईयों और बहनों के साथ अत्याचार हो रहे है। वहीं नाथ ने अपनी महत्वाकांक्षी नारी सम्मान योजना को लेकर कहा कि इसे प्रदेश भर में बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा। प्रदेश की जनता कांग्रेस पर विश्वास कर रही है और यही विश्वास इस चुनाव में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।