डकैती की वारदात का खुलासा, पुलिस ने 7 घंटे के भीतर पांचों आरोपियों को किया गिरफ्तार
डकैती के मामले में रानानुजनगर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें पुलिस ने घटना के 7 घंटे के भीतर ही धर-दबोचा।
क्राइम : डकैती के मामले में रानानुजनगर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें पुलिस ने घटना के 7 घंटे के भीतर ही धर-दबोचा। साथ ही पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से नकदी, रकम, 1 देसी कट्टा और जिंदा कारतूस और 2 मोटर साइकिल भी जब्त की है।
पैसे वापस लेने जा रहा था शख्स
दरअसल नावापारा खुर्द निवासी आमीम खान ने थाना रामानुजनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 10 फरवरी के रात में वो अपने मोटर सायकिल से ग्राम मंहगई निवासी एक व्यक्ति से पैसे लेने जा रहा था। उसी दौरान ग्राम मंहगई के छवि तिवारी, विवेक यादव, विरेंद्र रवि, आकाश रवि और तुलसी… दो बाइक पर सवार होकर मौके पर पहुंचे और वारदात को अंजाम दिया। जिसके बाद पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने पांचों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और 7 घंटे के भीतर ही पांचों को गिरफ्तार कर लिया।
टीम का किया गया गठन
पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत मार्गदर्शन में, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की। जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस टीम आरोपियों की धरपकड़ के लिए संभावित जगहों पर दबिश देते रही। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर ग्राम मंहगई में घेराबंदी कर आरोपी छवि तिवारी पिता कोमल तिवारी उम्र 27 वर्ष, विवेक यादव पिता हरिबिलास यादव उम्र 27 वर्ष, विरेन्द्र रवि पिता स्व. मिठ्ठू राम रवि उम्र 27 वर्ष, आकाश रवि पिता मोतीलाल रवि उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम मंहगई एवं तुलसी सिंह पिता स्व. मनोहर सिंह उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम नावापारा, थाना रामानुजनगर को पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपियों ने कबूला गुनाह
पूछताछ पर आरोपियों ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। जिनके निशानदेही पर 5 हजार 7 सौ रूपये नकद, 1 नग देशी कट्टा, 1 नग जिंदा कारतूस और घटना में इस्तेमाल की गई 2 नग मोटर सायकल जप्त कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर विपिन लकड़ा, एएसआई बिसुनदेव पैंकरा, प्रधान आरक्षक जयप्रकाश कुजूर, फिरोज खान, आरक्षक दीपक यादव, गणेश सिंह, रूपदेव सिंह, समरलाल, सैनिक पंकज पटेल, बाबुलाल साहू, देवचंद पाण्डेय, रजनीश पटेल और मानसाय सक्रिय रहे।