जल्द चलने वाले हैं शनि उल्टी चाल, इन राशियों के जातकों पर पड़ेगा खास प्रभाव

भोपाल – भगवान शानि देव की कृपा पाने के लिए सभी राशियों के जातक कई तरह के जतन करते रहते हैं। लेकिन उसके बाद भी कई बार भगवान शनिदेव की कृपा अपने भक्तों पर नहीं होती है। ज्योतिषशास्त्र में भगवान शनि का महत्व काफी माना जाता है। माना जाता है कि शनि सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह है जिस कारण से यह जब भी किसी एक राशि में होते हैं तो करीब वहां पर ढाई साल का समय व्यतीत करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अुसार शनि के 29 अप्रैल को कुंभ राशि में परिवर्तन के बाद अब वक्री होने जा रहे हैं। वक्री चाल से मतलब होता है उल्टी चाल का चलना होता है।
सभी राशियों पर पड़ता समान प्रभाव
ऐसी मान्यता है कि शनिदेव जब अपनी उल्टी चाल से चलते हैं तो इसका प्रभाव सभी राशियों के जातको के जीवन पर अवश्य ही पड़ता है। इसके साथ ही शनिदेव के व्रकी होने पर देश-दुनिया पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार में सूर्य और चंद्रमा को छोड़कर सभी ग्रह वक्री चाल चलते हैं। ज्योतिष में शनि ग्रह को न्याय और कर्मफलदाता कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिन व्यक्तियों के जीवन में शनि शुभ भाव में होते है वह उन्हें सदैव अच्छा फल प्रदान करते हैं वहीं अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ भाव में हो तो व्यक्ति के जीवन में काफी परेशानियां रहती है।
05 जून को कुंभ राशि में व्रकी चाल से चलना शुरु करेंगे
ज्योतिषाचार्य से मिली जानकारी के मुताबिक शनिदेव करीब ढाई वर्षों के बाद 29 अप्रैल 2022 को मकर राशि को छोड़कर अपनी दूसरी स्वराशि कुंभ में पहुंच चुके हैं। माना जाता है कि शनि सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं। यह किसी भी राशि में लंबे समय तक विराजमान रहते हैं। इस दौरान ये कुछ समय के लिए वक्री चाल से भी चलते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार ऐसे में शनि 05 जून को कुंभ राशि में वक्री चाल से चलना आरंभ कर देंगे। जो 23 अक्तूबर 2022 तक इसी चाल में रहेंगे। फिर इसके बाद मार्गी हो जाएंगे। शनि के वक्री चाल के कारण इसका प्रभाव सभी जातकों पर पड़ेगा,लेकिन कुछ राशियों पर इसका विशेष प्रभाव पड़ेगा।
इन राशियों पर पड़ेगा खास प्रभाव
वृश्चिक राशि
मकर राशि
कर्क राशि