धर्ममध्यप्रदेश

चैत्र नवरात्रि का सातवां दिन- मां कालरात्रि की उपासना से होगा काल और दुखों का अंत

  • नवरात्रि में मां कालरात्रि की पूजा करने से शांत होते हैं शनिदेव

भोपाल। आज चैत्र नवरात्र (Chaitra Navaratri) का सातवां दिन है आज के दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि (Mother Kalaratri) की पूजा की जाती है । सप्तमी तिथि आज रात 12 बजकर 2 मिनट तक रहेगी। आज के दिन इस मंत्र का जप करने से आपको किसी भी प्रकार के भय का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही इससे आपको शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा और आपके घर की सुख-शांति बनी रहेगी । मां कालरात्रि की पूजा करने से शनि संबंधी परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा। मां कालरात्रि का रंग कृष्ण वर्ण है। कृष्ण वर्ण के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहा जाता है। मां कालरात्रि की 4 भुजाएं हैं। पौराणिक कथा के अनुसार असुरों के राजा रक्तबीज का संहार करने के लिए दुर्गा मां ने मां कालरात्रि का रूप लिया था।

नवरात्रि में मां कालरात्रि की पूजा करने से शांत होते हैं शनिदेव
वर्तमान समय में 5 राशियों पर शनिदेव (Shani Dev) की विशेष दृष्टि है। मिथुन, तुला राशि पर शनि की ढैय्या और धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। नवरात्रि में इन 5 राशि वालों को मां कालरात्रि की पूजा करने से शनि की क्रूर दृष्टि से राहत मिलती है। इसलिए नवरात्रि में शनिदेव (Shani Dev) को प्रसन्न करने के लिए मां कालरात्रि की पूजा जाती है।





पूजा विधि
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी की सुबह स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। मां कालरात्रि (Mother Kalaratri) की पूजा में नियम और अनुशासन का विशेष पालन करना चाहिए। मां कालरात्रि की पूजा भी उसी प्रकार से होती है जिस प्रकार से अन्य देवियों की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि (Mother Kalaratri)  की पूजा में मिष्ठान, पंच मेवा, पांच प्रकार के फल,अक्षत, धूप, गंध, पुष्प और गुड़ नैवेद्य आदि का अर्पण किया जाता है। इस दिन गुड़ का विशेष महत्व बताया गया है। मां कालरात्रि को लाल रंग प्रिय है।





मां कालरात्रि विशेष प्रसाद अर्पित करें
मां कालरात्रि को गुड का भोग अर्पित करें
– इसके बाद सबको गुड का प्रसाद वितरित करें

इनकी उपासना से लाभ
शत्रु और विरोधियों को नियंत्रित करनेके लिए इनकी उपासना अत्यंत शुभ होती है
इनकी उपासना से भय,दुर्घटना तथा रोगों का ना..

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