व्यापार

सेंसेक्स पहली बार 54370 अंक पर और निफ्टी भी 16259 अंक पर

मुंबई,  वैश्विक स्तर से मिले मिश्रित संकेतों के साथ ही इंफोसिस(Infosys), एचडीएफसी (HDFC) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) जैसे बड़े शेयरों में बढ़त के चलते शेयर बाजार (Share Market) नये शिखर (New Peak) पर पहुंचने में सफल रहा और इस दौरान बीएसई (BSE) का 30शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 546.41 अंकों की बढ़त के साथ पहली बार 54 हजार अंक के स्तर को पार करते हुये 54369.77 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) (National Stock Exchange) (NSE) का निफ्टी (Nifty) 128.05 अंकों की तेजी के साथ नये रिकार्ड स्तर 16258.80 अंक पर रहा।
बैंकिंग और वित्त समूह की कंपनियों में हुयी लिवाली के बल पर सेंसेक्स जहां नये शिखर पर पहुंच गया वहीं मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली देखी गयी जिससे बीएसई का मिडकैप 1.05 प्रतिशत गिरकर 23129.71 अंक पर और स्मॉलकैप 1.06 प्रतिशत उतरकर 26847.56 अंक पर रहा।
बीएसई में अधिकांश समूह गिरावट में रहे जिसमें टेलीकॉम 2.25 प्रतिशत और रियल्टी 1.69 प्रतिशत प्रमुख है। बढ़त में मात्र चार समूह रहे जिसमें बैंकिंग 2.60 प्रतिशत, वित्त 2.13 प्रतिशत, एनर्जी 0.43 प्रतिशत और पावर 0.01 प्रतिशत शामिल है।

इस दौरान 54,256.13 के सर्वकालीन उच्च स्तर को छूने के बाद 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 415.33 अंक या 0.77 प्रतिशत बढ़कर 54,238.69 पर कारोबार कर रहा था।

इसी तरह व्यापक एनएसई निफ्टी 116.10 अंक या 0.72 प्रतिशत बढ़कर 16,246.85 के उच्चतम शिखर पर पहुंच गया।

सेंसेक्स में लगभग दो प्रतिशत की बढ़त के साथ टाटा स्टील (TATA Steel) शीर्ष पर था। इसके अलावा एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, डॉ रेड्डीज(Dr. Reddy’s), इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक भी बढ़त दर्ज करने वाले शेयरों में शामिल थे।

दूसरी ओर भारती एयरटेल(Bharti Airtel), नेस्ले इंडिया(Nestle India), एसबीआई(SBI) , एचयूएल (HUL) और अल्ट्राटेक सीमेंट (Ultratech Cement) लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।

पिछले सत्र में सेंसेक्स 872.73 अंक या 1.65 प्रतिशत बढ़कर 53,823.36 पर, और निफ्टी 245.60 अंक या 1.55 प्रतिशत बढ़कर 16,130.75 पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) (Foreign Institutional Investors) (FII)  ने मंगलवार को सकल आधार पर 2,116.60 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.11 प्रतिशत बढ़कर 72.49 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।

सेवा क्षेत्र में जुलाई में लगातार तीसरे महीने गिरावट

कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के प्रकोप और स्थानीय प्रतिबंधों के कारण व्यावसायिक गतिविधियों, नए ऑर्डर और रोजगार (Employment) में बड़े पैमाने पर कमी के चलते भारत (India) के सेवा क्षेत्र में जुलाई में लगातार तीसरे महीने गिरावट हुई।

मौसमी रूप से समायोजित भारत सेवा कारोबार गतिविधि सूचकांक जुलाई में 45.4 अंक रहा, जो जून में 41.2 अंक था। परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) (Purchasing Managers Index) (PMI) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब गतिविधियों में विस्तार होता है, जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को दर्शाता है।

आईएचएस मार्किट में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पोलीन्ना डी लीमा ने कहा, ‘‘इस समय कोविड-19 महामारी (Covid- 19 Pandemic) को लेकर बना माहौल सेवा क्षेत्र के प्रदर्शन (Performance of Service Sector) पर भारी पड़ रहा है, जबकि यह क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जुलाई के आंकड़े कुछ हद तक निराशाजनक हैं, हालांकि गिरावट की रफ्तार कुछ कम हुई है।’’

सर्वेक्षण के मुताबिक कंपनियां पहली बार अगले एक साल में उत्पादन के लिए निराशावादी थीं।

लीमा ने कहा, ‘‘महामारी खत्म होने को लेकर अनिश्चितता के साथ ही मुद्रास्फीति के दबाव और वित्तीय परेशानियों ने जुलाई में कारोबारी विश्वास को कम किया। सेवा प्रदाता एक साल में पहली बार व्यावसायिक गतिविधि के परिदृश्य को लेकर निराशावादी थे।’’

सर्वेक्षण के मुताबिक इस दौरान सेवा क्षेत्र की नौकरियों में और कमी आई।

हमारे रुपये ने भरी छलांग
मुंबई से खबर है कि प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में मजबूती रहने के बावजूद घरेलू स्तर पर शेयर बाजार में तेजी से विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ने की उम्मीद से बने दबाव में आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया नौ पैसे चढ़कर 74.19 रुपये प्रति डॉलर पर रहा। पिछले सत्र में रुपया 74.28 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था।

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