नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों पड़ोसी देश पाकिस्तान के दौरे पर हैं। वह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में शिरकत करने पाकिस्तान गए हैं। दौरे के दूसरे दिन यानि बुधवार को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के राजनयिकों के साथ सैर पर निकले। उन्होंने सुबह की सैर करते हुए फुल स्लीव बॉटल-ग्रीन रंग की टी-शर्ट और ट्रैक पैंट पहने हुए अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने पोस्ट में लिखा, “हमारे उच्चायोग परिसर में टीम इंडिया इन पाकिस्तान के सहकर्मियों के साथ सुबह की सैर। बता दें कि पिछले नौ साल में पड़ोसी देश का दौरा करने वाले वे पहले विदेश मंत्री हैं। पाकिस्तान का दौरा करने वाली पिछली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज थीं।
इससे पहले मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एससीओ समिट को संबोधित किया। जहां उन्होंने पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी है। जयशंकर ने पाकिस्तान-चीन के सीपीईसी प्रोजेक्ट के कारण भारतीय संप्रभुता के उल्लंघन का मुद्दा उठाया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि एससीओ के सदस्य देशों का सहयोग परस्पर सम्मान और संप्रभु समानता पर आधारित होना चाहिए। यह जरूरी है कि सभी देश क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता दें। इसके लिए वास्तविक साझेदारी का निर्माण होना चाहिए, न कि एकपक्षीय एजेंडे पर आगे बढ़ा जाना चाहिए। विदेश मंत्री ने सीपीसीई की ओर इशारा करते हुए कहा कि यदि हम दुनिया की चुनिंदा प्रथाओं को ही आगे बढ़ाएंगे खासकर व्यापार और व्यापारिक मार्गों के लिए तो SCO की प्रगति नहीं हो पाएगी।
दुनिया के कौन से नेता समिट में शामिल हैं?
शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले एससीओ सदस्य देशों के अन्य नेताओं में चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग, बेलारूस के प्रधानमंत्री रोमन गोलोवचेंको, कजाकिस्तान के प्रधानमंत्री ओल्जास बेक्टेनोव, रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, ताजिक के प्रधानमंत्री कोहिर रसुलजोदा, उज्बेक प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अरिपोव, किर्गिस्तान के मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष झापारोव अकीलबेक और ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद रजा अरेफ शामिल हैं। भारत ने पहले ही पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते। द्विपक्षीय संबंधों को फिर से शुरू करने के लिए विचार-विमर्श केवल अनुकूल माहौल में ही हो सकता है
जयशंकर और डार के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता निर्धारित नहीं
मंगलवार को विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा आयोजित एक अनौपचारिक रात्रिभोज के दौरान उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और एक-दूसरे का अभिवादन किया। एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान जयशंकर और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इशाक डार के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता निर्धारित नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान के द्वारा उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद को लेकर दोनों पड़ोसियों के बीच संबंध ठंडे बने हुए हैं।