राजस्थान में सिंधिया ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले- हमारी सोच और उनकी सोच में है अंतर

भीलवाड़ा। राजस्थान में हो रहे तीन सीटों के उपचुनावों के लिए अब भाजपा ने युवा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतार दिया है। वे रविवार को भीलवाड़ा के सहाड़ा पहुंचे। यहां उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। बोले- हमारी सोच है कि जान जाए पर वचन न जाए, पर कांग्रेस की सोच है- वचन जाए तो जाए, पर जान किसी भी कीमत पर नहीं जाए।
सिंधिया ने सहाड़ा में बीजेपी प्रत्याशी रतन लाल जाट के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा- एक तरफ किसानों का कर्जा माफ नहीं किया, दूसरी तरफ हमारे पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि के रूप में एक-एक किसान को 6 हजार रुपए दिए। यहां सीएम गहलोत कहते हैं कि 6 हजार से क्या होता है। मैं पूछना चाहता हूं कि आपने क्या करके दिखाया। यह तो बताएं।
जान भी देनी पड़े तो मैं तैयार…
जब मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार हमने स्थापित की। जो किसानों को, नौजवानों को धोखा दे, उसे धूल चटाने का काम ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया। मुझे कुर्सी की भूख नहीं, मुझे सत्ता की भूख नहीं, लेकिन यदि जनता के साथ अन्याय हो, भ्रष्टाचार हो तो जान भी देने की जरूरत पड़ी तो मैं देने को तैयार हूं। मुझे गर्व है कि भाजपा की एमपी की सरकार में जहां 6 हजार रुपए केंद्र ने दिया तो हमने और शिवराज जी ने मिलकर सरकार की ओर सेे 4 हजार रुपए और जोड़कर 10 हजार रुपए किया। सुन लें गहलोत जी। अगर किसान का कल्याण करना है तो गहलोत जी, बातें करने से काम नहीं बनता उस कार्य में अपनी राशि डलवाकर बताएं तो हम मानेंगे आप किसान हितैषी हैं।
गहलोत पर साधा निशाना, यूं बजवाई ताली
नरेंद्र मोदी की सरकार ने फसल बीमा योजना शुरू की। इस योजना के तहत एक लाख करोड़ रुपए किसानों के लिए दिए। यह भाजपा की केंद्र सरकार की सोच है। यहां राजस्थान में जो 10 हजार रुपए आपकी सब्सिडी बिजली के लिए दी जाती थी उसे भी खत्म कर दिया। अब आने वाली 17 तारीख को गहलोत सरकार की भी उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। सही है कि नहीं- तो ताली बजाओ। यहां आपने पैसा वापस ले लिया। आप कटाक्ष केंद्र सरकार पर करते हो।
बेरोजगारों ने निकाली रैली, सिंधिया ने गहलोत को घेरा
सहाड़ा में चुनावी दौर में रविवार को बेरोजगारों ने रैली निकाली। राज्य सरकार की ओर से लटकाई जा रही भर्तियों के खिलाफ वे नेताओं का विरोध कर रहे थे। इसी पर सिंधिया ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। वे सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए बोले- आपने कहा था बेरोजगारों को 3500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देंगे, जबकि आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी राजस्थान में है।
यहां 25 प्रतिशत युवा बेरोजगारी के दस्तक पर दर दर भटक रहे हैं। यहां इतनी अधिक क्षमताएं हैं उसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या बेरोजगारों की हो गई है। गहलोत जी को मौके पर चैके मारने की बड़ी आदत है। अब 17 तारीख को जनता ईवीएम के बटन पर छक्के मारकर गहलोत जी की नींद उड़ानी होगी। आम आदमी त्रस्त है और कानून व्यवस्था ध्वस्त है।