फिल्म निर्माताओं से सखलेचा का आग्रह: ऐसी फिल्म बनाएं जो ज्ञान और विज्ञान का दे बेहतर संदेश
सखलेचा ने कहा कि आज की जरूरत वैचारिक रूप से सही तथ्यों को आम जनता के बीच लाना है। इसका सबसे सशक्त माध्यम सिनेमा ही है। उन्होंने कहा कि हम सकारात्मक फिल्में बनाए।
भोपाल। राजधानी भोपाल में आयोजित किए गए भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव का समापन हो गया है। समापन सत्र को संबोधित करते हुए मप्र के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने फिल्म निर्माताओं से बड़ा आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि एक-दूसरे से जुड़े धर्म और विज्ञान पर सकारात्मक फिल्मों का निर्माण करें, जिससे ज्ञान और विज्ञान का बेहतर संदेश आम लोगों तक जा सके।
सखलेचा ने कहा कि आज की जरूरत वैचारिक रूप से सही तथ्यों को आम जनता के बीच लाना है। इसका सबसे सशक्त माध्यम सिनेमा ही है। उन्होंने कहा कि हम सकारात्मक फिल्में बनाए। विज्ञान और तकनीकी से आत्म-निर्भर भारत की नींव रखी जाएगी और हमें अपने युवाओं को भारत के विज्ञान और विरासत से अवगत कराना ही होगा। उन्होंने कहा कि मप्र में पिछले छह माह में राष्ट्रीय और एक अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव होना गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विज्ञान के प्रति लगाव और विद्यार्थियों में उत्साह के चलते मध्यप्रदेश में जल्द ही राज्य स्तरीय विज्ञान फिल्म महोत्सव होगा।
उज्ज्वल होगा अमृत काल यह कारवां
वहीं महोत्सव के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए जय कुमार ने कहा कि अमृत काल में यह कारवां काफी उज्ज्वल होगा। समारोह को माखन लाल चतुवेर्दी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति केजी सुरेश, आईसेक्ट के संतोष चौबे, पटना के शंभूनाथ सिंह, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कौंसिल के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठरी ने भी संबोधित किया।