फर्जी CBI अफसर बनकर डकैती डाली,अक्षय कुमार की ‘स्पेशल 26’ से आया आइडिया

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले (Chhatarpur District) में एक अनोखी खबर सामने आई है। जहां फर्जी सीबीआई अधिकारी (Fake CBI Officer) बनकर एक शराब की भट्टी के संचालक को पिस्तौल दिखाकर दो लाख रुपये की लूटपाट की गई है। वहीं, इस मामले में छह लोगों को दिल्ली, भोपाल एवं उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है| आरोपियों ने नौगांव में डिस्टलरी कंपनी पर फर्जी अफसर बनकर छापा मारा था। आरोपियों ने एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म ‘स्पेशल 26’ की तर्ज पर लूट की थी। उन्होंने आई कार्ड भी दिखाया। ये ही नहीं एक ने खुद को ASP बताया और सभी ने पुलिस की वर्दी पहनी थी साथ ही उनके पास पिस्टल भी थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के 2020 के जहरीली शराब कांड की जांच की बात शराब की भट्टी के संचालक निखिल बंसल से कही। इन लोगों ने पहले जांच के नाम पर बंसल को धमकाया और फिर मामला निपटाने के लिए कहा। डिस्टलरी कंपनी मालिक को अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड में शामिल बताया जा रहा है।
सीबीई की संदिग्ध व्यक्तियों की टीम में जो सीनियर बनकर बात कर रहा था, उसने खुद को एडशिनल एसपी के तौर पर सीबीआई के लखनऊ कार्यालय में पदस्थ होना बताया था और एक सीबीआई का परिचय पत्र भी दिखाया। फर्जी सीबीआई अधिकारियों ने बंसल पर काफी दबाब बनाया, लेकिन वह दबाव में नहीं आए और मामला दफा करने पर राजी नहीं हुआ तो सब- इंस्पेक्टर की वर्दी वाले और, फर्जी सीबीआई के एडिशनल एसपी ने पिस्टल निकालकर बंसल और उसके मैनेजर राजीव मित्तल के सीने में लगा दी और आफिस की तलाशी करने लगे। उन्होंने दराज में रखे दो लाख रुपए पिस्टल दिखाकर छीन लिए और जाते समय ऑफिस और गेट में लगे कैमरों की रिकॉर्डिंग वाले करीब 1500 हजार रुपए के कीमती डीवीआर को भी लेकर भाग गए।
पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने पहले जांच के नाम पर जैकपिन बैबरिज डिस्टलरी के डायरेक्टर निखिल बंसल को धमकाया और फिर मामला निपटाने के लिए कहा लेकिन जब उनकी बात नहीं बनी, तो उन्होंने पिस्तौल दिखाकर दराज में रखे दो लाख रुपए और सीसीटीवी की हार्ड डिस्क निकाल ली और वहां से चले गए। बंसल की शिकायत पर नौगांव थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में धर्मेंद्र कुमार बाल्मीकि, देवेंद्र कुमार जुलाहा ,अविनाश कुमार मौर्य , बुधराम गुर्जर, शिवपाल सिंह भदोरिया और देवेंद्र पाठक को गिरफ्तार कर लिया है। इन्हें दिल्ली, भोपाल एवं उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया है। एसपी ने कहा कि आरोपियों ने बताया कि हिन्दी फिल्म ‘स्पेशल 26’ से प्रेरित होकर उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों के पास से दो गाड़ियां, जिंदा कारतूस, पिस्टल, तलवार, सोने-चांदी के जेवर, फर्जी आईकार्ड और पुलिस की 3 वर्दी मिली हैं। पुलिस के मुताबिक, इस अंतरराज्यीय गिरोह ने बीते दिनों छह अगस्त की सुबह छतरपुर जिले के नौगांव के निकट एक शराब डिस्टलरी में फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
निखिल की शिकायत के बाद मामला जांच में लिया गया। आरोपी नौगांव के जंगलों में ही रह रहे थे। गश्त के दौरान एसडीओपी को कुछ लोग संदिग्ध हालात में मिले। पुलिस ने इनसे पूछताछ की। आरोपियों ने पुलिस को भी सीबीआई अफसर ही बताया। आईकार्ड भी दिखाया। पुलिस को यकीन नहीं हो रहा था, इसलिए सख्ती से पूछताछ शुरू की। इसके बाद आरोपियों ने जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि फिल्म ‘स्पेशल 26’ देखकर ही उन्हें इस तरह लूट का आईडिया आया।
इंदौर में भी हुई थी ठगी
बता दें कि इसी साल मार्च महीने में इंदौर में एक इसी तरह का मामला सामने आया था। तब एक शिकायत राज्य साइबर सेल को भी पहुंची थी, जहां पर नकली बैंक अधिकारी बनकर तीन लाख ठग लिए गए थे. वहीं, इस पूरे मामले में राज्य साइबर सेल ने कार्रवाई कर रुपए वापस करवाए थे।