स्कॉलरशिप घोटाले में लिप्त तीन पैरामेडिकल कॉलेजों की संपत्ति नीलाम होगी
29 मई को होगी पहली नीलामी , 11 करोड़ का घोटाला आया था सामने

इंदौर। अनुसूचित जाति-जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप में घोटाला किए जाने के मामले में प्रशासन ने अब वसूली प्रक्रिया और तेज कर दी है। अगले एक पखवाड़े में तीन पैरामेडिकल कॉलेजों की संपत्ति नीलाम करने की तैयारी हो गई है। कुछ कॉलेजों से प्रशासन महीने भर पहले ही पैसा वसूल कर चुका है।
जिन कॉलेजों की संपत्ति नीलाम होगी उनके नाम ग्रेटर मालवा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल कॉलेज, पायोनियर इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस कॉलेज। इनका मोहनपुरा प्राइम सिटी स्थित वीणा नगर का भवन नीलाम होगा। ये नीलामी 29 मई को होगी। इसी तरह 15 जून को श्वैता पैरामेडिकल कॉलेज के मेघदूत नगर स्थित भवन की नीलामी होगी। तहसीलदार ने इस मामले में आरआरसी जारी कर दी है।
साढे़ ग्यारह करोड़ का घोटाला, बीस कॉलेजों पर आरोप
उक्त घोटाला 2011-12 में पकड़ में आया था। सरकार द्वारा छात्रों की दी जाने वाली राशि कॉलेज प्रबंधनों ने खुद निकाल ली थी। कुल बीस कॉलेजों पर करीब साढे़ ग्यारह करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप है। मामला पकड़ में आने के बाद 2013-14 में इसकी जाँच कर कार्रवाई शुरू की गई तो कई कॉलेज कोर्ट चले गए और कार्रवाई पर स्टे ले आए थे। उक्त तीन कॉलेज कोर्ट भी नहीं गए थे इसलिए इनसे वसूली में प्रशासन का रास्ता साफ था।
कोर्ट से भी राहत नहीं मिली
जितने कॉलेज कोर्ट से स्थगन ले आए थे उनमें से ग्यारह के खिलाफ कोर्ट ने स्टे हटा लिया है। अपने आदेश में कोर्ट ने कहा था कि जब ये कॉलेज अपने ऊपर निकाली गई राशि का पचास प्रतिशत सरकार के पास जमा करा देंगे तब ही उनके मामले की सुनवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद संस्कार पैरामेडिकल कॉलेज ने 24 लाख रुपए जमा करवा दिए। कुछ अन्य कॉलेजों से भी प्रशासन ने राशि वसूली थी लेकिन कई कॉलेजों से अभी भी राशि वसूली जाना बाकी है। इनमें प्रमुख हैं-अरिहंत पैरामेडिकल, रितुंजय पैरामेडिकल कॉलेज, पारिजात पैरामेडिकल कॉलेज, न्यू ऐरा पैरामेडिकल कॉलेज, राजीव और एएस खरब पैरामेडिकल कॉलेज।