निजी अस्पतालों पर नकेल कसने की तैयारी: सरकार ने बनाई कमेटी, ज्यादा बिल लेने पर होगा एक्शन
भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में जहां एक तरफ महामारी तबाही मचा रखी तो दूसरी तरफ निजी अस्पतालों (Private hospitals) ने भी खूब लूट मचा रखी है। यहां तक की मरीजों के परिजनों को सब कुछ बेचकर अस्पताल का बिल (Hospital bill) चुकाना पड़ रहा है। कोविड मरीजों से अनाप-शनाप बिल वसूलने के मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सकार ने 3 सीनियर आईएएस अफसरों (3 Senior IAS Officers) की कमेटी बना दी है। इसमें 2 प्रमुख सचिव और 1 सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं। यदि किसी भी अस्पताल में घोषित पैकेज (Package announced) से ज्यादा बिल वसूलने की शिकायत मिलेगी, तो कमेटी तत्काल जांच कर एक्शन लेगी।
यह आदेश मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस (Chief Secretary Iqbal Singh Bains) ने जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि कोविड के मरीजों के इलाज के लिए घोषित पैकेज राज्य सरकार (state government) के पोर्टल सार्थक पर प्रदर्शित किए गए हैं। यदि इससे ज्यादा बिलिंग कोई अस्पताल करेगा, तो उसकी जांच के लिए कमेटी बनाई गई है। इसमें प्रमुख सचिव संजय दुबे (sanjay dubey), प्रतीक हजेला (prateek hajela) और स्वास्थ्य विभाग (health Department) के पूर्व आयुक्त डॉ. संजय गोयल (Former Commissioner Dr. Sanjay Goyal) को सदस्य बनाया गया है।
बता दें, मंगलवार को कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम कोलार (SDM Kolar) ने 4 अस्पतालों पर कार्रवाई की थी। जहां मरीजों से ज्यादा बिल वसूलने की शिकायत मिली थी। टीम ने कोलार स्थित रुद्राक्ष मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल भगवती गौतम (Rudraksh Multi Specialty Hospital Bhagwati Gautam), निर्माणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (Nirmana Super Specialty Hospital) और उबंटू हॉस्पिटल (Ubuntu Hospital) में छापा मार कर मरीजों के परिजनों से वसूली गई अतिरिक्त राशि वापस कराई। इसके साथ ही रुद्राक्ष और उबंटू हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई की जा रही है।