सावधान! कही आप भी तो नहीं पीते हैं खड़े होकर पानी? बॉडी को हो सकते हैं ये भारी नुकसान
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम सब काम जल्दबाजी में ही करते है । समय न होने पर खड़े खड़े ही जल्दी जल्दी खाना खाना किसी को काम की जल्दबाज़ी है तो किसी को पानी पीने के लिए बैठने में आलस आता है। केवल ऑफिस या पब्लिक प्लेस ही नहीं बल्कि घरों में भी अक्सर लोगों को खड़े होकर पानी पीने की आदत होती है।यदि आप भी खड़े होकर पानी का सेवन करते हैं तो आपको अपने आदतों में सुधार लाने की जरूरत है । क्योंकि स्टैंडिंग पोजीशन में पानी पीने से सेहत के ऊपर खराब असर पड़ता है जिसे आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।खड़े होकर पानी पीने से ना सिर्फ डाइजेशन पर इसका असर पड़ता है बल्कि बॉडी को और भी कई तरह की प्रॉब्लम्स झेलनी पड़ती है. आयुर्वेद में खड़े होकर पानी पीने की मनाही है। इस तरह पानी पीने से एक तो व्यक्ति की प्यास पूरी तरह नहीं बुझती और दूसरा उसके शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है। जानिए खड़े होकर पानी पीने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?
खड़े होकर पानी पीने के नुकसान-
ऑक्सीन सप्लाई रुक जाती है-
खड़े होकर पानी पीने से फूड और विंड पाइप में होने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है। जिसका असर न केवल फेफड़ों पर बल्कि दिल पर भी पड़ता है।
हर्निया की शिकायत-
खड़े होकर पानी पीने से पेट के निचले हिस्से की दीवारों पर दबाव बनता है, जिससे पेट के आसपास के अंगों को बहुत नुकसान पहुंचता है। इस बुरी आदत के चलते कई लोगों को हर्निया का शिकार होना पड़ता है।
जोड़ों में दर्द की शुरुआत-
खड़े होकर पानी पीने की आदत की वजह से पानी का बहाव तेजी से आपके शरीर से होकर जोड़ों में जमा हो जाता है। जिसकी वजह से हड्डियों और जोड़ों पर बुरा असर पड़ता है। हड्डियों के जोड़ वाले हिस्से में तरल पदार्थ की कमी की वजह से जोड़ों में दर्द के साथ हड्डियां कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। कमजोर हड्डियों के चलते व्यक्ति गठिया जैसी बीमारी से पीड़ित हो सकता है।
पाचन से जुड़ी बीमारियां
खड़े होकर पानी के सेवन से पाचन से जुड़ी बीमारियों का भी सामना करना पड़ सकता है। जब भी हम खड़े होकर पानी का सेवन करते हैं तो इससे बहुत ही तेज धारा के साथ फ़ूड पाइप के जरिए तेजी से नीचे की ओर बहता है। जिससे कि आपके पेट में दिक्कत आ सकती है वहीं पेट में दर्द भी शुरू हो सकता है। इसी के साथ आपको पाचन फंक्शनिंग में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
किडनी पर असर
जब कोई व्यक्ति खड़े होकर पानी पीता है, तो पानी बिना फिल्टर हुए निचले पेट की तरफ तेजी से बढ़ता है। जिसकी वजह से पानी में जमा अशुद्धियां पित्ताशय में जमा हो जाती हैं। जो किडनी के लिए बहुत हानिकारक होती हैं।
गठिया की समस्या
खड़े होकर यदि पानी का सेवन करते हैं तो इससे आपको गठिया और जोड़ों में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खड़े होकर पानी पीने से आपके हड्डियों के ऊपर प्रेशर या दबाव पड़ता है जिससे उनमें दिक्कतें आना शुरू हो जाती हैं। वहीं यदि आप लगातार खड़े होकर पानी पीते रहे तो इससे आपकी हड्डियों में कमजोरी भी आ सकती है वहीं आपको गठिया की समस्या भी हो सकती है।
फेफड़ों पर पड़ता है बुरा असर
जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो फूड और विंड पाइप में होने वाली ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाती है जिससे फेफड़ों और दिल पर बुरा असर पड़ता है।
प्यास नहीं बुझती-
खड़े होकर पानी पीने से भले ही पेट भर जाए लेकिन व्यक्ति की प्यास नहीं बुझती है। प्यास बुझाने के लिए बैठकर पानी के छोटे-छोटे घूंट पिएं।
शरीर से नहीं निकल पाता एसिड
अगर आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो आपके शरीर का एसिड बाहर नहीं निकल पाता। क्योंकि शरीर में एसिड बनना सामान्य बात है, लेकिन खड़े होकर पानी पीने से एसिड शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है और शरीर में इसका स्तर बढ़ता जाता है। जबकि बैठ कर और धीरे-धीरे पानी पीने से ख़राब एसिड शरीर से बाहर निकल जाता है और शरीर में एसिड का स्तर कम होने लगता है। इसके अलावा अपच की समस्या भी खड़े होकर पानी पीने की वजह से हो सकती है। क्योंकि जब पानी बैठ कर पिया जाता है तो मसल्स और नर्वस सिस्टम रिलैक्स हो जाती हैं और पानी आसानी से पच जाता है। साथ ही पानी सही तरीके से पचकर शरीर के सभी सेल्स तक पहुंचता है।