करणी सेना के पदाधिकारी मोहित की मौत की गुत्थी नहीं सुलझी, काल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज निकाल रही पुलिस
पुलिस को शक-परिजन कुछ तथ्य बता नहीं रहे हैं
इन्दौर। करणी सेना के पदाधिकारी मोहित सिंह पटेल (29 साल) निवासी बिसनखेड़ा (इंदौर) की मौत की कहानी दूसरे दिन भी अनसुलझी है। पुलिस अब मोहित की कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज पर ध्यान केंद्रित कर दिया है। पुलिस का मानना है कि कुछ ऐसे तथ्य हैं जो मोहित के परिजन पुलिस को बता नहीं रहे हैं। गौरतलब है कि पुलिस को बुधवार देर रात मोहित का शव कनाड़िया क्षेत्र में कार में मिला था। उसके सीने में दो गोलियां लगीं थीं। वो ड्रायविंग सीट पर बैठा था और पास में लायसेंसी रिवाल्वर पड़ी थी। तब से पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में लगी है कि ये हत्या है या आत्महत्या।
दोस्तों से बात की, माँ और ससुर से नहीं
पुलिस को मोहित का फोन फ्लाइट मोड पर मिला। उसके फोन पर पत्नी ने माँ के नंबर से 19 बार काल किए थे उसने मां का फोन नहीं उठाया। इसी दौरान उसने दोस्तों से बात की। फोन में ससुर के भी मिस्ड कॉल मिले हैं। अपने साले से भी उसने बात की थी। मोहित की पांच साल पूर्व शादी हुई है। पुलिस का दावा है कुछ बातें हैं जो मोहित के परिवार वाले बता नहीं रहे हैं। पुलिस अब मोहित के फोन की कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज निकाल रही है। जिस कार में शव मिला वह दोस्त आर्यन की है।
इन सवालों से बढ़ी उलझन
मोहित के परिजनों का कहना है कि उसकी न तो किसी से दुश्मनी थी न घर में कोई दिक्कत थी। उनके पास करीब 50 बीघा जमीन है। मोहित इकलौता बेटा था। उसके सीने में दो गोलियां लगी हैं। लाइसेंसी रिवाल्वर से कोई खुद दो गोलियां कैसे मार सकता है। आत्महत्या करता तो सिर में गोली मार सकता था। वहीं फोरेंसिक विशेषज्ञों का कहना है कि एक गोली मारने के बाद भी दूसरी गोली चलाई जा सकती है।
दूसरे कारोबार में भी दखल दिया था
मोहित को लेकर पुलिस के पास अलग-अलग जानकारियाँ आ रही हैं। बताया जा रहा है कि वह देवास में शराब के कारोबार में शामिल हुआ था, जहाँ उसका कुछ विवाद भी हुआ था। हालाँकि बाद में उसने खुद को इस कारोबार से अलग कर लिया था। इसी तरह मोहित के प्रापर्टी के कारोबार पर भी पुलिस जानकारियां निकाल रही है कि कहीं कोई विवाद तो नहीं था। मोहित ने साथियों के साथ समाज सेवा से जुड़ा एक ग्रुप भी बना रखा था।