अलीगढ़ में जहरीली शराब का तांडव: अब तक 42 शव पहुंचे मोर्चरी, प्रशासन ने की सिर्फ 22 की पुष्टि

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttarpadesh) के अलीगढ़ (Aligarh) में जहरीली शराब (Poisonous liquor) ने तांडव मचा दिया है। इससे मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। कल से आज तक में अब तक 42 से अधिक शवों को पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए मोर्चरी पहुंचाया गया है। जबकि वहां के कलेक्टर (Collector) अभी तक सिर्फ 22 लोगों के मरने की पुष्टि की है। प्रसाशन अपनी नाकामी छिपाने के लिए 20 से ज्यादा मौतों की पुष्टि करने से कतरा रहा है। बाकी की पुष्टि शाम तक होने की उम्मीद है। IB व अन्य एजेंसियों ने पोस्टमार्टम केंद्र (Postmortem center) पर डेरा डा रखा है। पल पल की रिपोर्ट शासन को दी जा रही है।
आपको बता दें कि शनिवार को थाना पिसावा इलाके के गांव शादीपुर में एक महिला समेत पांच लोगों की और थाना टप्पल के गांव मादक और कस्बा जट्टारी में चार लोगों की मौत हो गई। लोधा के करसुआ बॉटलिंग प्लांट (Karasua Bottling Plant) के बाहर एक ट्रक चालक भी मृत पाया गया है। थाना टप्पल व पिसावा के करीब चार लोग गंभीर हैं, जिन्हें जेवर के कैलाश अस्पताल (Kailash Hospital) व अलीगढ़ में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं मृतकों के परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पर शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने का आरोप लगाते हुए प्रशासन (Administration) पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि लापरवाही के आरोप में सरकार ने जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा (Excise officer Dhiraj Sharma), आबकारी निरीक्षक राजेश यादव, प्रधान सिपाही अशोक कुमार, निरीक्षक चंद्रप्रकाश यादव और सिपाही रामराज राना को निलंबित कर दिया है। पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज कर शराब तस्करी रैकेट में आरोपी अनिल चौधरी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है।