यास तूफान का खतरा: चक्रवात से निपटने पीएम आज अधिकारियों के साथ करेंगे बैठक
नई दिल्ली। चक्रवात तौकते (Cyclone Taukate) के बाद अब यास (Yas) के 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की आशंका है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज राष्ट्रीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और तूफान से निपटने की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) समेत कई अन्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे। पीएम मोदी की इस बैठक में साइक्लोन यास (Cyclone yas) के खतरों के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में एनएमडीए, टेलीकॉम,पावर, सिविल एविएशन, अर्थ साइंसेज विभाग के सचिव भी मौजूद रहेंगे।
बता दें कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान Yas के 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तट से टकराने की संभावना है। तूफान के खतरे को ध्यान में रखते हुए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। पीएम मोदी की बैठक से पहले चक्रवाती तूफान Yas से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) की भी बैठक हुई।
इस बैठक की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने की। मीटिंग के दौरान यास से निपटने के लिए केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों, एजेंसियों की तैयारियों के बारे में जानकारी ली गई थी। भारत मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक ने इस समिति को Cyclonic storm के ताजा हालात के बारे में जानकारी से भी अवगत कराया।
इस बैठक में पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार, पुडुचेरी के मुख्य सचिव और अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में गृह, विद्युत, शिपिंग, दूरसंचार, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, नागरिक उड्डयन एवं मत्स्य पालन मंत्रालयों के सचिव, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष, NDMA के सदस्य सचिव, आईडीएस के प्रमुख और तटरक्षक बल, NDRF और IMD के महानिदेशक शामिल हुए थे।
IMD के मुताबिक इस चक्रवाती तूफान के 26 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल और समीपवर्ती उत्तरी ओडिशा के तट तक पहुंचने की संभावना है। इस दौरान 155 से लेकर 165 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने के साथ ही कई राज्यों के तटीय जिलों में भारी बारिश और तूफानी लहरें की संभावना जताई गई है।ऐसे में तैयारियां तेज कर दी गई हैं।