पीएम मोदी : जनता को सच बताने का साहस होना चाहिए
दिल्ली – भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को ‘उज्ज्वल भारत उज्जवल भविष्य-पावर @2047’ कार्यक्रम में लिया हिस्सा। भारत के बेहतर भविष्य विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि समय के साथ हमारी राजनीति में एक गंभीर विकार आता गया है। राजनीति में जनता को सच बताने का साहस होना चाहिए, लेकिन हम देखतें हैं कि कुछ राज्यों में इससे बचने की कोशिश होती है। ये रणनीति तात्कालिक रूप से अच्छी राजनीति लग सकती है। लेकिन ये आज के सच, आज की चुनौतियों, अपने बच्चों के लिए, अपनी भावी पीढ़ियों के लिए टालने जैसा है।
करोड़ों के विकास कार्यों का शुभारंभ
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने 5200 करोड़ रुपये से अधिक की एनटीपीसी की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। मोदी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में देश में लगभग 1 लाख 70 हज़ार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता जोड़ी गई है। वन नेशन वन पावर ग्रिड आज देश की ताकत बन चुका है। पूरे देश को जोड़ने के लिए लगभग 1 लाख 70 हजार सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन्स बिछाई गईं हैं।
राज्यों पर 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक का बकाया
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये जानकर हैरानी होगी कि अलग-अलग राज्यों का 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। ये पैसा उन्हें पावर जेनरेशन कंपनियों को देना है। पीएम मोदी ने कहा कि पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों का अनेक सरकारी विभागों, स्थानीय निकायों पर भी 60 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक बकाया है। अलग-अलग राज्यों में बिजली पर सब्सिडी का जो कमिटमेंट किया गया है, वो पैसा भी इन कंपनियों को समय पर पूरा नहीं मिल पाता। ये बकाया भी करीब 75 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का है। यानि बिजली बनाने से लेकर घर-घर पहुंचाने तक का जिम्मा जिनका है, उनका लगभग ढाई लाख करोड़ रुपए फंसा हुआ है।
पैसा वापस लौटाने की मोदी ने की अपील
‘उज्ज्वल भारत उज्जवल भविष्य-पावर @2047’ कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि मेरे आग्रह है कि जिन राज्यों के बकाया हैं, वे जितना जल्दी संभव हो सके सब क्लीयर करें। मोदी ने बकायादारों पर तंज कसते हुए कहा कि जब देशवासी ईमानदारी से अपना बिजली का बिल चुकाते हैं, तब भी कुछ राज्यों का बार-बार बकाया क्यों रहता है?
बिना बिजली जीवन की कल्पना नहीं
मोदी ने कहा कि आज के समय में बिजली के बिना जीवन की कोई कल्पना ही नहीं कर सकता है। मेरे लिए बहुत संतोष का विषय है कि बीते वर्षों में हमने ऊर्जा के क्षेत्र में पिछली बहुत सी कमियों को दूर कर पॉवर सेक्टर को मजबूती दी है। एक पुरानी बात का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि आपको याद होगी कि आजादी के 70 साल बाद भी देश के 18 हजार गांवों तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी। आज के नए भारत में गांवों गांवों में लोग बिजली का बिजली का उत्पादन कर सकें, इस दिशा में काम हो रहा है।