आॅक्सीजन किल्लत पर पियूष गोयल ने कहा- राज्य सरकारें आॅक्सीजन की मांग को करें कंट्रोल

नई दिल्ली। देशभर कोरोना संक्रमण (Corona infection) का कहर जारी है। हर दिन दो लाख से अधिक संक्रमित मरीज (Infected patients) मिल रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अब पूरे देश में आॅक्सीजन (Oxygen) की भारी किल्लत सामने आ रही है। कई राज्य पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन नहीं होने की शिकायत करने लगे हैं। इन सबके बीच केंद्र सरकार ने कहा कि राज्यों को आॅक्सीजन की मांग पर नियंत्रण में रखना चाहिए। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि राज्यों से आॅक्सीजन की मांग आ रही है। मैं बताना चाहता हूं कि राज्य सरकारों को आॅक्सीजन (Oxygen) की मांग को काबू में करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मांग पक्ष का मैनेजमेंट (Management) ज्यादा जरूरी है, आपूर्ति पक्ष के मैनेजमेंट से । उन्होंने इस पर जोर देते हुए कहा कि कोरोना पर नियंत्रण रखना राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है।
पीएम मोदी 18 से 19 घंटे तक काम करते हैं- पीयूष गोयल
हालांकि आॅक्सीजन (Oxygen) की आपूर्ति जल्द की जाएगी। केंद्र सरकार ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) बनाकर राज्यों में आॅक्सीजन (Oxygen) सप्लाई करेगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जीवन रक्षक उपकरण आॅक्सीजन की भारी मांग है। सरकार वहां आपूर्ति करने के लिए (Green Corridor) बनाकर भेजने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए केंद्र सरकार दिन रात काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद 18-19 घंटे काम कर रहे हैं।
9 कोर सेक्टर को छोड़कर बाकी सेक्टरों में नहीं होगी सप्लाई
बता दें कि राज्यों में आॅक्सीजन गैस (Oxygen gas) की किल्लत के बीच केंद्र सरकार ने 12 राज्यों को सप्लाई करने का फैसला किया है। इस दौरान सरकार ने 9 कोर सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों आॅक्सीजन सप्लाई नहीं करेगी। पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि सरकार का यह फैसला अस्पतालों में कम पड़ रही आॅक्सीजन को पूरा करने के लिए लिया गया है। पीयूष गोयल ने बताया कि 12 राज्यों के साथ चर्चा की गई है। अलग-अलग राज्यों में 6177 मीट्रिक टन आॅक्सीजन की सप्लाई शुरू होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले भारत में हर दिन 1000 से 12000 मीट्रिक टन आॅक्सीजन की खपत हो रही थी। लेकिन कोरोना के 15 अप्रैल को 4795 मीट्रिक टन आॅक्सीजन का इस्तेमाल हुआ है।