अमेरिका में पेंटागन के बाहर अफसर की चाकू से गोदकर हत्या

अधिकारियों ने बताया कि उनका मानना है कि घटना में वहां से गुजर रहे दो लोग भी घायल हो गए। कई कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने संदिग्ध की पहचान जॉर्जिया के ऑस्टिन विलियम लान्ज (27) (Austin Lanz of Georgia) के रूप में की है। लान्ज ने अधिकारी पर घात लगाकर हमला किया और गर्दन में चाकू घोंपा। इसके बाद अधिकारियों ने लान्ज को गोली मार दी। जांचकर्ता हमले के पीछे के मकसद का पता लगा रहे हैं। साथ ही यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या लान्ज मानसिक रूप से बीमार था।
लान्ज को अक्टूबर 2012 में अमेरिकी मरीन कोर (American Marine Core) में शामिल किया गया लेकिन एक महीने से कम समय बाद ही ‘‘प्रशासनिक रूप से अलग’’ (“administratively separated”) कर दिया और उसे कभी मरीन का शीर्षक (Title of Marine) नहीं मिला।
कुसे और अन्य अधिकारियों ने आतंकवाद की संभावना को खारिज नहीं किया। लेकिन कुसे ने कहा कि पेंटागन परिसर सुरक्षित है और ‘‘अभी हम किसी अन्य संदिग्ध की तलाश नहीं कर रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि एफबीआई जांच की अगुवाई कर रही है।
यह घटना मंगलवार को एक मेट्रो बस प्लेटफार्म पर हुई जो पेंटागन के ट्रांजिट सेंटर का हिस्सा है। यह स्टेशन पेंटागन से कुछ ही दूरी पर है। एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार ने इमारत के आसपास गोली चलने की कई आवाज सुनी। पेंटागन ने एलान किया कि इमारत में लॉकडाउन लगा दिया गया है।
गोलीबारी के वक्त अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Defense Secretary Lloyd Austin) और जनरल मार्क मिले (Chairman of the Joint Chiefs of Staff General Mark Milley ) राष्ट्रपति जो बाइडन (President Jo Biden) से मुलाकात करने के लिए व्हाइट हाउस (White House) में थे। पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि ऑस्टिन इमारत में लौटे और अधिकारियों से बात करने के लिए पेंटागन पुलिस अभियान केंद्र गए।
पेंटागन फोर्स प्रोटेक्शन एजेंसी (पीएफपीए) ने घटना की पुष्टि की है। एजेंसी ने मंगलवार को ट्विटर (Twitter) के जरिए बताया, “पीएफपीए पेंटागन में आज सुबह हुई घटना में पेंटागन पुलिस अधिकारी की मौत पर शोक व्यक्त करता है।” उन्होंने कहा, “हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं अधिकारी के परिवार के साथ हैं। अधिकारी के बारे में अतिरिक्त जानकारी परिजनों की सूचना के बाद दी जाएगी।”
बता दें कि अमेरिका में 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद से इस तरह की वारदातों में तेजी आयी है. कड़ी सुरक्षा के चलते अब आतंकी ऐसे लोगों का वारदात के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, जो लोन वूल्फ अटैक (Lone Wolf Attack) को अंजाम से सकें। वे इसके लिए कई महिलाओं की मदद भी लेते हैं। इसके चलते ही देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई मुस्लिम देशों के लोगों के अमेरिका आने पर रोक लगाने की नाकाम कोशिश भी की थी।