भोपाल। मप्र में अत्याचार को संरक्षण देने और प्रशासन का दुरूपयोग करने वाली दोहरे चरित्र की भाजपा सरकार पर्ची वाले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के राज में चल रही है। प्रदेश में दो अलग-अलग विचारों के कानून चल रहे है, दबंगों के लिए अलग और दलित, अल्पसंख्यक के लिए अलग। मप्र सरकार पर यह गंभीर आरोप पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने रविवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए लगाए हैं। इस दौरान उनके साथ मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक भी मौजूद थे।
प्रदेश सरकार की दोयम प्रकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुये पीसीसी चीफ ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ मोर्चा खोलकर निर्दोष व्यक्तियों दलितों, अल्पसंख्याकों के पक्ष में खड़ी होकर कांग्रेस पार्टी आवश्यकता पड़ने पर कोर्ट में इन अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रशासन को खुली छूट दे दी है कि आप सिर्फ दमनकारी रवैये के साथ काम करें। बीजेपी पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दमन कर रही है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, दलित, अल्पसंख्यक परिवार पर कार्रवाई की जा रही है। माफिया, गुंडों को खुली छूट दी गई है। लहार में तीन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घर तोड़े गए। पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पर दबाव बनाया जा रहा है।
प्रशासन को दी गई है खुली छूट
पटवारी ने कहा कि भाजपा राज में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगातार प्रशासन द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। जैसा कि प्रदेश में एक एजेंड़े के तहत काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भिण्ड के कलेक्टर ने हत्या करने वाले एक व्यक्ति का मकान तोड़ा वहीं दूसरे अपराधी के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई। एक कानून में दो अलग-अलग विचार प्रस्तुत हुये उसका वीडियो भी वायरल हुआ, जिसने उसने कहा कि मकान उसके तोड़े जायेंगे जिससे नफरत और घृणा बढ़ेगी, प्रशासन को खुली छूट दे गई है कि सिर्फ दमनकारी रवैये के साथ काम करें।
भाजपा ने भ्रम फैलाकर लिया वोट
मीडिया को संबोधित करते हुए पटवारी ने कहा कि प्रदेश की जनता ने बहुत अंर्तमन से भाजपा को वोट दिया था और भावना व्यक्त की थी कि प्रदेश अच्छा चलेगा। परंतु लगातार वह चाहे लाड़ली बहना के नाम पर हो, गैस सिलेण्डर, चाहे समर्थन मूल्य पर गेहूं और धान के नाम पर वोट मिला हो, पर गुमराह करके, भ्रम फैलाकर वोट लिया, सरकार द्वारा उस पर एक शब्द नहीं बोला जाता और लगातार दमनकारी व्यवहार भाजपा सरकार और उनके नेताओं का बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मप्र क्राईम की राजधानी बन गया है, क्राईम में जो स्थिति हैं, जहां से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आते हैं वहां सप्ताह में औसतन तीन से चार हत्याएं होती ही हैं।