भोपाल पहुंचे उत्तर प्रदेश के पंडित हलवाई, रोजेदारों तक पहुंचा रहे समान
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कोरोना संक्रामण में रोजदारों के लिए तैयार कर रहे सेहरी-अफ्तार का समान
भोपाल। शहर में करीब 40 सालों से परंपरा रही है कि यहां रमजनो में हलवाई लगातार आकर रमजान के लिए खास फेनियाँ और शीरमाल और कई तरह के बेकरी प्रोडक्ट भोपाल में तैयार करते हैं, इस बार भी ये हलवाई जैसे तैसे यहां पहुंच तो गए मगर लॉकडाउन के चलते ये अब घरों के अंदर ही काम करके लोगों तक सेहरी अफ्तारी का सामान पहुंचा रहे हैं।
मेरे दादा और फिर चाचा और अब मैं
इस मौके पर कानपुर से आए गंगा प्रसाद कहते हैं कि हम सभी लोग 45 दिन के लिए यहां आए हैं। मैं यहां तीसरी बार आया हूं अपनी टीम के साथ अभी तक काफी अच्छा वक्त गुजरा है। पहले मेरे दादाजी फिर मेरे चाचाजी राम प्रसाद और अब मैं यहां आता हूं। मुझे यहां इस सीजन आना बहुत पसंद है हम यहां करीब 25 दिन काम करते हैं और फिर ईद तक वापिस चले जाते हैं।
खानदानी काम है इसलिए आता हूं
खुर्जा से आये शाबाज बताते हैं कि वो रमजान से पहले आ गए थे अब यहां हम अंदर काम कर रहे हैं हम लॉकडाउन का अंदेशा नही था। हम तो इस काम को इबादत की तरह समझकर करते हैं इसलिए हर साल एक महीने के लिए यहां आते हैं और रोजदारों के लिए सेहरी बनाते हैं।
यहां आने का पूरे साल रहता है इंतजार
इस मौके पर कानपुर से आए एक और हलवाई पिंटू कहते हैं कि मेरे बाप दादा भी यहां रमजानों में आते थे और कई वर्षों से मैं भी यहां आ रहा हूं, वैसे मुझे कानपुर में भी पूरे साल यहां आने का इंतजार रहता है।