सूखे और अकाल की तरफ बढ़ रहा पाकिस्तान, सिंध में केवल दस दिनों का पानी

विदेश: कराची। पाकिस्तान (pakistan) सूखे और अकाल की तरफ बढ़ रहा है। सिंध प्रांत (Sindh Province) में कृषि (Agriculture) के लिए पानी नहीं है और इंसानी जरूरत को पूरा करने लायक भी पानी सिंध ( Sindh) में नहीं बचा है। इसकी वजह से सिंध के हाल बेहाल हो सकते हैं और उसके कई जिले सूखे की चपेट में आ सकते हैं। इसमें कराची (Karachi) भी शामिल है।
प्रांतीय मंत्री सोहेल अनवर खान सियाल (Sohail Anwar Khan Sial) ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि सिंध के पास केवल दस दिनों का ही पानी बचा है। पाकिस्तान का मौसम विभाग पहले ही सिंध के दस जिलों में सूखे पड़ने की आशंका जता चुका है। आपको बता दें कि बलूचिस्तान सरकार (Balochistan Government) ने सिंध को उनके हिस्से का पानी रोकने या इसमें कमी करने को लेकर चेतावनी दी है।
सियाल ने इन खराब हालातों के लिए सिंधु नदी प्रणाली प्राधिकरण (sindh River System Authority) को दोषी ठहराया है। इतना ही नहीं उन्होंने सिंध में हो रही पानी की कमी के लिए केंद्र की इमरान सरकार (Imran khan Sarkar) को भी आड़े हाथों लिया है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है बल्कि केवल नफरत फैलाने का काम कर रही है।
बलूचिस्तान ने धमकी दी है कि यदि पानी में कमी हुई तो वो कराची की पानी की सप्लाई को काट देगा। इस सवाल के जवाब में सोहेल का कहना था कि जब सिंध में अपनी ही जरूरतों को पूरा करने के लिए पानी नहीं है तो वो दूसरों की जरूरत को कैसे पूरा कर सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि सिंध और बलूचिस्तान केवल केंद्र की इस्लामाबाद सरकार (islamabad government) द्वारा परेशान किए जा रहे हैं। उन्हें सजा दी जा रही है। फिलहाल दोनों ही प्रांतों में पानी की समस्या को लेकर कहासुनी हो रही है।
बलूचिस्तान की सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी (Liaquat Shahwani) ने एक प्रेस कांफ्रेस में सिंध पर बलूचिस्तान को पानी की सप्लाई कम करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सिंध उनके हिस्से के पानी में भी कटौती कर रहा है। उनके मुताबिक सिंध ने बलूचिस्तान को मिलने वाले पानी में करीब 42 फीसद की कमी की है। इसकी वजह से बलूचिस्तान को केवल 7 हजार क्यूसिक पानी ही मिल रहा है। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह (Murad Ali Shah) ने बलूचिस्तान को पानी देने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने इस सप्ताह के शुरू में ही पाकिस्तान में अकाल जैसे हालातों के प्रति आगाह भी किया था।