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शहडोल में आक्सीजन की कमी बनी काल: सरकारी अस्पताल में भर्ती 12 मरीजों की गई जान

  • तड़पते मरीजों को परिजन मास्क दबा कर राहत देने की करते रहे कोशिश

शहडोल। एक तरफ पूरा देश से कोरोना से कराह रहा है, दूसरी तरफ देश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एकदम लचर हो चुकी हैं। कहीं अस्पतालों में बिस्तर नहीं मिल रहे तो कहीं आॅक्सीजन (Oxygen)  खत्म हो जा रही है जिसके कारण निर्दोष नागरिकों की जानें जा रही हैं। वहीं मध्यप्रदेश में भी  आॅक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। अब शहडोल मेडिकल कॉलेज (Shahdol-Medical College) में आॅक्सीजन की कमी से 12 कोविड मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा अन्य वजहों से 10 और कोविड मरीजों की मौत 24 घंटे में यहां हुई है। इस तरह शहडोल (Shahdol) में अकेले 22 संक्रमित मरीजों की मौत हुई हैं। आॅक्सीजन (Oxygen) की कमी से 12 मौतों की पुष्टि शहडोल के अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने की है। इसके पहले भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन में आॅक्सीजन की कमी से संक्रमित गंभीर मरीजों की मौत हो चुकी है।

शनिवार रात 12 बजे आॅक्सीजन का प्रेशर (Pressure) काम हो गया। इसकी वजह से मरीज तड़पने लगे। परिजन मास्क दबा कर उन्हें राहत देने की कोशिश करते रहे, लेकिन वे नाकाम रहे। एक के बाद एक 12 मरीजों की सुबह 6 बजे तक मौत हो गई। सभी आईसीयू (ICU) में भर्ती थे। परिजनों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। आॅक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था के लिए अफरा तफरी मच गई। सुबह प्रशासनिक अधिकारी (administration Officer) मौके पर पहुंचे। सुबह 9 बजे के बाद आॅक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की गई।

एक दिन पहले ही कमिश्नर ने किया था निरीक्षण
घटना के बाद मरीजों ने दिन में कमिश्नर राजीव शर्मा (Commissioner Rajeev Sharma) के दौरे पर भी सवाल उठाया। वे शनिवार को ही कोविड-19 सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई और बाकी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने की बात कही थी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ मेडिकल के डीन (Dean of medical) के अलावा कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह (Collector Dr. Satendra Singh), अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा समेत कई अधिकारी और चिकित्सक मौजूद थे।




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15 अप्रैल को जबलपुर में गईं थीं 5 जानें
इससे पहले 15 अप्रैल को जबलपुर में लिक्विड प्लांट (Liquid plant) में आई खराबी के कारण आॅक्सीजन सप्लाई बंद होने से 5 मरीजों की मौत हो गई थी। सभी वेंटिलेटर पर थे। वहीं 4 की हालत गंभीर हो गई थी। यहां के मेडिसिटी अस्पताल में आॅक्सीजन खत्म होने से वेंटिलेटर पर 82 वर्षीय महिला की तड़प-तड़प कर जान चली गई थी। वहीं 4 की मौत सुख-सागर मेडिकल कॉलेज में हुई थी।

पिछले 24 घंटे में 11 हजार से ज्यादा संक्रमित
MP में शनिवार को 11,269 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 6,497 लोग रिकवर हुए और 66 की मौत हो गई। अब तक यहां 3.95 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.27 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। 4,491 मरीजों की जान चली गई। 63,889 मरीजों का इलाज चल रहा है।

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