संकट के बीच बड़ी राहत: इंदौर में प्लाजमा थेरेपी के लिए सिर्फ 11 हजार ही ले सकेंगे प्राइवेट अस्पताल
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पहले 15 हजार से लेकर 25000 रुपए तक की हो रही थी वसूली
इंदौर। इंदौर में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण (Corona infection) के बीच जारी लूट-खसोट पर अब शासन-प्रशासन (Government administration) ने लगाम लगानी शुरू कर दी है। कोरोना इलाज में कारगर मानी जा रही प्लाज्मा थैरेपी (Plasma therapy) को लेकर सोमवार को बड़ा ऐलान कर दिया गया है। मंत्री तुलसी सिलावट (Minister Tulsi Silvassa) के निर्देश पर संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा (Pawan Sharma) ने प्राइवेट अस्पातल संचालकों (Private hospital operators) के साथ बैठक की। बैठक के बाद कमिश्नर ने स्पष्ट कर दिया दिया कि अब अस्पताल थैरेपी के लिए सिर्फ 11 हजार रुपए (11 thousand rupees) ही लेंगे। इससे ज्यादा राशि नहीं वसूल सकेंगे। जानकारी अनुसार पहले अस्पताल इसके लिए 15000- 25000 रुपए तक वसूल रहे थे। लगातार यह मामला सामने आने के बाद मंत्री ने बैठक कर शुल्क निर्धारण करने को कहा था।
बैठक के बाद डॉ. शर्मा (Dr. Sharma) ने बताया कि कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थैरेपी एक कारगर दवाई मानी जा रही है। ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि प्लाज्मा थैरेपी के लिए अगल-अलग अस्पताल अलग- अलग चार्ज कर रहे हैं। कोई 15000 तो कोई 25000 चार्ज कर रहा है। मंत्री सिलावट के निर्देश पर प्राइवेट अस्पताल संचालकों के साथ बैठक की गई। बैठक में यह तय कर दिया 11 हजार रुपए प्लाज्मा दिया जाएगा। अभी सरकारी रेट (Official rate) साढ़े 9 हजार रुपए है। सरकारी से प्राइवेट में जाने वाले प्लाज्मा के रेट को भी हम कम करने जा रहे हैं। निजी में 25 की जगह अब 11 हजार ही देने होंगे।