8 जुलाई को है आषाढ़ माह की शिवरात्रि, शिव जी की इन शक्तिशाली मंत्रों से करें पूजा
हिंदी पंचांग के अनुसार 8 जुलाई 2021 को शिवरात्रि का व्रत किया जाएगा। प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। इस तरह से पूरे वर्ष में 12 शिवरात्रि आती हैं। धार्मिक पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस चतुर्दशी तिथि को ही करोड़ो सूर्य के समान तेजमय भगवान शिव के अग्नलिंग का उदय हुआ था। इसके अलावा माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती विवाह बंधन में बंधे थे, इसलिए फाल्गुन मास में महाशिवरात्रि मनाई जाती है। शिव भक्तों के लिए मासिक शिवरात्रि का दिन बेहद खास होता है। इस दिन भगवान शिव के निमित्त व्रत रखकर उनकी पूजा आराधना के साथ इस दिन माता पार्वती की भी विधि-विधान से पूजा की जाती है। इसलिए यह तिथि बहुत ही महत्व रखती है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन विधि-विधान से पूजा करने वालों पर भगवान शिव अपनी असीम कृपा बरसाते हैं और भक्तों के जीवन के सभी संकटो को दूर कर देते हैं। तो आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि का महत्व पूजा विधि व शुभ मुहूर्त।
मासिक शिवरात्रि कब है?
ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का शुभारंभ 8 जून को 11 बजकर 24 मिनट से होगा। यह तिथि 9 जून दिन बुधवार को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगी।
मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय 8 जून को रात 12 बजे से लेकर 12 बजकर 40 मिनट तक ही है।
पूजा विधि-
चतुर्दशी तिथि पर प्रातः जल्दी उठ जाएं और घर की साफ-सफाई व स्नानादि करने के पश्चात व्रत का संकल्प लें।
अब पूजा स्थान पर भगवान शिव के समक्ष धूप-दीप प्रज्वलित करें।
कोरोना महामारी के चलते घर में ही पूजा करें यदि घर में शिवलिंग है तो दूध, दही शहद आदि से अभिषेक करने के बाद गंगाजल से अभिषेक करें।
शिव जी को उनकी प्रिय चीजें भांग, धतूरा, बेलपत्र आदि अर्पित करें।
भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती को तिलक करें व फल-फूल आदि अर्पित करें।
इस दिन भगवान शिव को चावल की खीर का भोग लगाएं और पूजा के बाद आरती करें।
अब भगवान विष्णु की स्मरण करते हुए व्रत करें व शिव जी के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करते रहें।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
धार्मक मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिन श्रद्धा के साथ व्रत व पूजन करने से भगवान शिव की कृपा से बिगड़े काम बन जाते हैं और भगवान शिव की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। जिन लोगों के विवाह में समस्याएं आ रही हो उनके लिए मासिक शिवरात्रि का व्रत बहुत शुभफलदायी रहता है। मान्यता है कि इस व्रत से विवाह संबंधी समस्याएं दूर होती हैं व मनचाहें वर की प्राप्ति होती है।