अब पानी में भी दुश्मनों की खैर नहीं, अचूक निशाने वाले टॉरपीडो का सफल परीक्षण
जल-थल और वायु तीनों मोर्चे पर भारतीय सेना अब मजबूत होती जा रही है। अब पानी के अंदर भी भारत अपने दुश्मनों को ढेर करने में पलभर की देरी नहीं करेगा।

जल-थल और वायु तीनों मोर्चे पर भारतीय सेना अब मजबूत होती जा रही है। अब पानी के अंदर भी भारत अपने दुश्मनों को ढेर करने में पलभर की देरी नहीं करेगा। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि भारतीय नौसेना ने अचूक निशाने वाले टॉरपीडो का सफल परीक्षण किया है, जो पानी के भीतर देश के शत्रुओं को पलभर में मिटाने की ताकत रखता है। इस टॉरपीडो की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये पूरी तरह से स्वदेशी है। भारत में बने इस हैवी वेट टारपीडो ने मंगलवार को कोच्चि में सफलतापूर्वक टेस्टिंग के दौरान पानी के अंदर चलते हुए सीधे टारगेट को हिट किया।
Successful engagement of an Underwater Target by an indigenously developed Heavy Weight Torpedo is a significant milestone in #IndianNavy's & @DRDO_India's quest for accurate delivery of ordnance on target in the underwater domain. #AatmaNirbharBharat@DefenceMinIndia pic.twitter.com/ZMSvtFSobE
— SpokespersonNavy (@indiannavy) June 6, 2023
इंडियन नेवी ने कहा, यह भारतीय नौसेना और DRDO की अंडरवाटर डोमेन में बेहतरीन हथियार बनाने में एक मील का पत्थर है। यह आत्मनिर्भरता के तहत भविष्य के लिए हमारी युद्धक तैयारियों के प्रति समर्पण दिखाता है।
इंडियन नेवी के पास है वरुणास्त्र टारपीडो
इंडियन नेवी के पास पहले से ही एक हैवी वेट टारपीडो वरुणास्त्र है। जिसकी 2022 में टेस्टिंग की गई थी। इसे DRDO ने तैयार किया है। वरुणास्त्र दुनिया का इकलौता टारपीडो है, जो GPS बेस्ड है। इसका वजन 1500 किलो है और यह 7-8 मीटर लंबा है। वरुणास्त्र 400 मीटर गहराई में जाकर टारगेट हिट कर सकता है। इसकी अधिकतम गति 74km प्रति घंटा है। टारपीडो को शिप और सबमरीन दोनों से लॉन्च किया जा सकता है।