परीक्षाओं पर कोरोना का कहर: सीबीएसई के बाद अब आईसीएसई और आईएससी की परीक्षाएं टली
नई दिल्ली । कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए सीबीएसई के बाद अब काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस यानी कि सीआईएससीई ने आईसीएसई (कक्षा 10) और आईएससी (कक्षा 12) की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। परीक्षा की नई तारीखों पर अंतिम निर्णय जून 2021 के पहले सप्ताह तक लिया जाएगा। दरअसल, सीबीएसई द्वारा 10वीं की परीक्षा रद्द करने व 12वीं की परीक्षा स्थगित करने के बाद अब सीआईएससीई की ओर से आईसीएसई (10वीं) और आईएसई (12वीं) की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी और सचिव जी एराथून ने इस बाबत जानकारी दी है।
यूपी में 27 हजार से अधिक मामले, राज्य में लगा संडे लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश में कोरोना से बिगड़े हालात काबू से बाहर हो गए हैं। यहां शुक्रवार को 27,426 नए केस सामने आए। यह लगातार तीसरा दिन है, जब यहां 20 हजार से ज्यादा केस मिले हैं। इससे ज्यादा मरीज सिर्फ महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं। प्रदेश में 103 मरीजों की जान भी चली गई। इसी के साथ महामारी से मरने वालों की संख्या 9,583 हो गई है। इसे देखते हुए प्रदेश में संडे लॉकडाउन लगा दिया गया है। हालात को देखते हुए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश में भी संडे लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है।
राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, रविवार को पूरा प्रदेश बंद रहेगा। इस दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएं ही जारी रहेंगी। योगी सरकार ने मास्क नहीं लगाने वालों पर भी सख्ती बढ़ा दी है। मास्क नहीं पहनने पर पहली बार में 1,000 रुपए जुमार्ना लगाया जाएगा, जबकि दूसरी बार नियम तोड़ा तो 10 हजार रुपए देने होंगे। लॉकडाउन के दौरान हर जिले में बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन का काम होगा।
इस महीने एक्टिव केस 13 गुना से ज्यादा बढ़े
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (हेल्थ) अमित मोहन ने बताया कि प्रदेश में अब तक 7.93 लाख केस हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 6,429 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। अभी राज्य में 1.5 लाख सक्रिय मामले हैं। इनमें 77,146 होम आइसोलेशन में, 2,435 निजी अस्पतालों में और बाकी सरकारी अस्पतालों में एडमिट हैं। अब तक 6.33 लाख लोग रिकवर हो चुके हैं।
यूपी में 1 अप्रैल को 2589 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से हर दिन नए मरीजों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है। इसी तरह 1 अप्रैल को 11,918 एक्टिव केस थे। 16 अप्रैल को ये 13 गुना से ज्यादा बढ़कर डेढ़ लाख हो गए हैं।
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रेमडेसिविर इंजेक्शन आउट आॅफ स्टॉक
रेमडेसिविर बनाने वाली देश की बड़ी फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज ने बताया कि अभी रेमडेसिविर इंजेक्शन आउट आॅफ स्टॉक है। इसके उत्पादन को बढ़ाने पर पूरा फोकस है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार करने वाली सभी फार्मा कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि दवाइयों और इंजेक्शन का ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि वह शनिवार को देश के उन सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे, जहां कोरोना के मामलों में ज्यादा इजाफा हो रहा है। सोमवार को देश के सभी एम्स हॉस्पिटल के डायरेक्टर्स की बैठक होगी। इसमें एम्स में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कहा जाएगा।