कोरोना मरीजों को राहतः रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए दुकानों में जाने की नहीं जरूरत, प्रशासन अस्पताल में कराएगा उपलब्ध

भोपाल। भोपाल में अब रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोगों को दवा दुकानों पर तो भटकने की जरूरत है और न ही कहीं और गुहार लगाने की जरूरत है। जिला प्रशासन जरूरतमंद गंभीर कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में ही यह इंजेक्शन उपलब्ध कराएगा। इसके लिए मरीज का नाम और अस्पताल की जानकारी सिर्फ उपलब्ध कराना होगा। इसके बाद जिला प्रशासन खुद ही अस्पताल में यह इंजेक्शन पहुंचा देगा। यह बात भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कही। एक दिन पहले ही दवा बाजार में भटकते परिजनों और दवा व्यापारियों से विवाद को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
सभी मरीजों के लिए नहीं है जरूरी
सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई अपने नियंत्रण में ले ली है। ऐसे में यह सिर्फ गंभीर संक्रमित मरीजों को ही डॉक्टरी सलाह पर लगाया जा रहा है। हालांकि निजी अस्पतालों में डॉक्टरों द्वारा कम संक्रमित मरीजों को इंजेक्शन लगाने जरूरी बताने के कारण कई लोग इसके लिए भटक रहे हैं। जबकि डॉक्टरों की माने तो यह इंजेक्शन सभी कोरोना संक्रमितों के लिए जरूरी नहीं है। इसी को देखते हुए कलेक्टर ने अब इसे अस्पताल में ही उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
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इसलिए हालत बिगड़ गए
कलेक्टर ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई के लिए दुकानदारों और निरीक्षण कर्ता तक के नाम नंबर के साथ आदेश निकाल दिए। हालांकि बताया जाता है कि संबंधित तक यह आदेश ही नहीं पहुंचे। सोशल मीडिया में नंबर और नाम आने के बाद हर कोई उन्हें फोन लगाने लगा। ऐसे में इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण कोरोना संक्रमितों के परिजनों को उनसे विवाद होने लगा। स्थिति को बिगड़ता देख कलेक्टर ने इसे अस्पताल में ही सप्लाई करने का नया निर्णय लिया।