भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जल्द शुरू होगी नाइट सफारी
मार्च में भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में नाइट सफारी का शुभारंभ वन मंत्री विजय शाह ने किया था। शुरू शुरू में नाइट सफारी को टूरिस्ट नहीं मिलें, लेकिन बाद में शहर के लोग इस नाइट सफारी के सफर को काफी पसंद करने लगे । लेकिन कोरोना महामारी के कारण अप्रैल की शुरुआत में संक्रमण तेज हो गया और 12 अप्रैल को प्रदेश के कई जगह नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके चलते वन विहार नाइट सफारी भी बंद हो गई। जून में वन विहार अनलॉक जरूर हो गया, पर नाइट सफारी शुरू नहीं हुई है।लेकिन वर्तमान में बड़ी संख्या में टूरिस्ट वन विहार पहुंच रहे हैं। इसके चलते ही एक बार फिर से नाइट सफारी को लेकर भी चर्चा की जाने लगी है। वन विहार प्रबंधन जल्द फैसला ले सकता है। सितंबर के पहले सप्ताह में नाइट सफारी फिर से शुरू की जा सकती है।
इनका कर सकेंगे दीदार
नाइट सफारी को लेकर जल्द निर्णय होता है तो एक बार फिर टूरिस्ट फ्री रेंज में चीतल, सांभर, काला हिरण, नीलगाय, सांभर, सियार और बारहसिंघा। वहीं डिस्प्ले बाड़े में तेंदुआ, भालू, सिंह, बाघ, कछुआ, घड़ियाल, मगरमच्छ, लकड़बग्गा के दीदार कर सकेंगे।
13 किमी कराई थी सैर
वन विहार नेशनल पार्क में मार्च में जब नाइट सफारी शुरू की गई थी, तब 13 किमी के ट्रैक पर सैलानियों को 50 मिनट की सैर कराने का फैसला लिया गया था। इसके अनुसार ही टूरिस्ट नाइट सफारी कर रहे थे। इसमें पर्यटक सफारी के लिए गेट नंबर 2 से होते हुए फ्री रेंज में घूम रहे शाकाहारी वन्य प्राणियों को देखते हुए गेट नंबर 1 तक पहुंच रहे थे। उसके बाद 4 किमी का रास्ता पार करते हुए डिस्प्ले बाड़ों के सामने से होते हुए गेट नंबर 2 तक पहुंचने की व्यवस्था थी।
नाइट सफारी का समय
नाइट सफारी का समय शाम 7 से रात 11 बजे तक तय किया गया है। इसमें वयस्कों और 12 साल से ऊपर की आयु वालों के लिए 200 रुपए टिकट तय किया गया है। वहीं 6 से 12 उम्र के बच्चों के लिए टिकट शुल्क 100 रुपए हैं। पांच साल से छोटे बच्चों के लिए नाइट सफारी मुफ्त रहेगी।
वन विभाग ने 2019 में भेजा था प्रस्ताव
आपको बता दें कि प्रदेश के टाइगर रिजर्व्स में नाइट सफारी शुरू करने के लिए वन विभाग ने 2019 में ही प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया था। पार्कों के प्रवेश नियमों में बदलाव करने का फैसला किया गया था। अब इसकी शुरुआत राजधानी भोपाल स्थित वन विहार नेशनल पार्क से हुई है । धीरे धीरे राज्य के अन्य टाइगर रिजर्व्स में भी नाइट सफारी शुरू होगी। पर्यटक नाइट सफारी का एक अलग आनंद उठा सकें इसके अलावा मौसम के अनुसार भ्रमण के लिए अलग-अलग समय सीमा तय की जाएगी। सफारी की संख्या भी प्राणी उद्यान के डायरेक्टर तय करेंगे, जिससे पर्यटकों की वजह से प्राणी उद्यानों में रहने वाले वन्य जीव तनाव में आकर प्रभावित न हों। भोपाल वन विहार में इसकी सफलता के आकलन के बाद सरकार प्रदेश के दूसरे नेशनल पार्कों में पर्यटकों को नाइट सफारी कराने पर विचार करेगी।