यही वह तीनों आरोपी है जिन्होंने बाईक पर आकर युवराज सिंह चौहान को पीठ में और सीने में गोलियां दागकर मौत के घाट उतारा था। फिलहाल यह चारों पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस इनकी तलाशी में छापेमारी कर रही है। गुरुवार दोपहर 1.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में मीडिया से रूबरू होते है पुलिस कप्तान हितेश चौधरी ने युवराज सिंह चौहान हत्याकांड का खुलासा किया।
पुलिस कप्तान चौधरी ने बताया कि इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी दीपक तंवर है, साथ ही अंकित तंवर, फैजान उर्फ छोटू तथा नागेश लाला गोस्वामी द्वारा घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस सूत्रों से इसका खुलासा हुआ है। पुलिस कप्तान का कहना है कि इस मामले में अन्य अपराधी भी जुड़े हो सकते है, पुलिस विवेचना कर रही है और हर एंगल खंगाल रही है। जिले तथा बाहर से आई पुलिस टीमें भी इस मामले में तत्परता से लगी हुई है।
पुलिस कप्तान हितेश चौधरी ने कहा कि इस हत्याकांड का जो मुख्य उद्देश्य जो अभी तक जांच के दौरान उभर कर सामने आया है, वह व्यवसायिक प्रतिद्वंदाता को लेकर माना जा सकता है। इसके साथ ही केबल से जुड़े व्यवसाय व अन्य व्यवसायिक प्रतिद्वंदाता में हत्या होने को भी नकारा नहीं जा सकता है।फिलहाल प्रथम दृष्टया व्यवसायिक प्रतिद्वंदाता को लेकर ही हत्या होना विवेचना के दौरान पाया गया है।
पुलिस कप्तान चौधरी ने बताया कि अभी तक इस मामले में पुलिस ने 30-35 लोगों से पूछताछ की है और आगे भी प्रयास जारी है। मरने वाले और मारने वाले के आपराधिक रिकॉर्ड संबंधी सवाल पर पुलिस कप्तान हितेश चौधरी ने बताया कि मरने वाले युवराज सिंह चौहान के विरुद्ध दो अपराध थाना क्षेत्र में मिले है। एक 420 का है तथा एक अन्य अपराध पंजीबध्द है। वहीं मारने वाले दीपक तंवर और छोटू फैजान के आपराधिक रिकॉर्ड है तथा अन्य आरोपी जो इस मामले में संलिप्त है, उनके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाले जा रहे है ।
हर एंगल पर जांच कर रही है पुलिस...
इंदौर के संदीप तेल हत्याकांड ओर प्रोपर्टी लेनदेन के सवाल पर पुलिस कप्तान ने कहा पुलिस हर एंगल को खंगाल रही है। अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। प्राथमिक तोर पर जांच में जो सामने आया वह केबल ओर अन्य व्यावसायिक प्रतिद्वंद्विता लग रहा है। आगे जब आरोपियों को राउंडअप करेंगे तक कुछ कहा जा सकता है।