प्रदेश में पहली बार नगरीय निकाय का चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने तो बाकायदा दिल्ली से दो पर्यवेक्षक इंदौर भेज दिए हैं,जो प्रत्याशियों का चयन कर रहे हैं। हर दावेदार से एक फॉर्म भरवाया जा रहा है जिसमें उसकी क्वालिफिकेशन के साथ उसके सामाजिक कार्यों,जनता के आंदोलनों में हिस्सेदारी पूछी जा रही है।
जेब कितनी भारी है: इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण प्रत्याशियों की आर्थिक स्थिति की जानकारी ली जा रही है फार्म में कॉलम है कि चुनाव में वे कितना पैसा खर्च करेंगे और उसका इंतजाम कहां से होगा।
केन्द्रीय पर्यवेक्षक दिनेश प्रताप सिंह और सुरेश कुमार खुद प्रत्याशियों से वन टू वन चर्चा कर रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह का कहना है चुनाव से पहले पार्टी सभी वार्डों में वार्ड संवाद यात्रा निकालेगी।इसमें जनता की जो समस्याएं और सुझाव आएंगे उसी के आधार पर वार्डों का मैनीफेस्टो बनेगा और फिर उसी आधार पर चुनाव लड़ा जाएगा।
सैंकड़ों दावेदार: इंदौर के आम आदमी पार्टी कार्यालय में पूरे संभाग के प्रत्याशियों के लिए रायशुमारी की जा रही है।इसमें फार्म भरकर सैकडो़ं दावेदार पहुंच रहे हैं।
संभाग के 8 जिलों से दावेदारों की भीड़ पार्टी कार्यालय पर जुट रही है। दो दिन की रायशुमारी के बाद प्रत्याशी तय कर सूची जारी कर दी जाएगी।
कांग्रेस-बीजेपी बेचैन: आम आदमी पार्टी के चुनाव में कूदने से बीजेपी और कांग्रेस की बेचैनी बढ़ रही है। यही वजह है कि दोनों ही दल आप को कोस रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला का कहना है आम आदमी पार्टी के पास तो उम्मीदवारों तक का टोटा है।
वो कैसे नगरीय निकाय चुनाव लड़ेगी और यदि उसने जोड़ तोड़ करके अपने उम्मीदवार खडे़ भी कर दिए तो इसका सीधा सीधा नुकसान बीजेपी को होगा क्योंकि दोनों ही घोषणावीरों की पार्टी हैं।बीजेपी प्रवक्ता जेपी मूलचंदानी का कहना है बीजेपी को नगरीय निकाय चुनाव में कोई नुकसान होने वाला नहीं है। बीजेपी हमेशा विकास के मुद्दों पर चुनाव लड़ती है। अब सामने चाहें आम आदमी पार्टी हो या दूसरा कोई अन्य दल,इससे भारतीय जनता पार्टी की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता।लोग समझ चुके हैं कि विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं का जमीनी लाभ उन्हें बीजेपी ही दिला सकती है।
सबसे पहले की होड़: इंदौर में मेयर का पद सामान्य होने से दोनों ही दल बीजेपी और कांग्रेस में दावेदारों की फौज खड़ी हो गई है। ऐसे में प्रत्याशी चयन में दोनो ही पार्टियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।वहीं आम आदमी पार्टी अपने दिल्ली फॉमूर्ले के जरिए प्रत्याशी चयन कर रही है। वो दावा कर रही है कि प्रत्याशियों की लिस्ट सबसे पहले जारी कर देगी