वहीं प्रबल इच्छा रखने वाले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि और शराब दुकानें खोलेंगे। ऐसे बयान हास्यास्पद लगते हैं। आखिर हम किसकी बात को सही मानें, समझ में ही नहीं आता है।
उन्होंने कहा, मुरैना में जहरीली शराब कांड किसी से छिपा नहीं है। इसमें मुरैना के तीन गांव के 24 लोगों की मौत हुई है। साथ ही कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।
कई लोगों की किडनी और अन्य अंगों पर गंभीर असर पड़ा है। इस मामले में भोपाल से आया विशेष दल भी जांच कर चला गया है। पर अभी तक किसी दोषी का निर्णय नहीं हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को ग्वालियर पहुंचे थे।
उनसे जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जिस जहरीली शराब से मुरैना में बवाल मचा है, वह किसी सरकारी डिस्टलरी से नहीं निकली थी। यह शासन, प्रशासन की सेटिंग से जिलों में बनने वाली जहरीली शराब थी। जिससे कई निर्दोष लोगों की जिंदगी चली गई और कई हमेशा के लिए रोगी हो गए हैं। इसलिए इसके जिम्मेदार भी सरकार और उसके अधिकारी ही हैं।
सरकार ने कहा था राम मंदिर बनाएंगे, फिर चंदा क्यों?: दिग्विजय सिंह बोले, केन्द्र सरकार ने कहा था कि राम मंदिर सरकार बनवाएगी। इसके लिए ट्रस्ट भी बनवा दिया गया, लेकिन अब चंदा लिया जा रहा है। हाथों में डंडे और तलवार लेकर चंदा मांगने पर माहौल खराब हो रहा है। इस पर मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है।
सिंधिया पर भी ली चुटकी: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा सांसद व भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी चुटकी ली। संसद में कांग्रेस के खिलाफ बोलने पर उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने उन्हें मंत्री पद दिया, महासचिव बनाया। हमेशा बड़ी जिम्मेदारी दी और विश्वास किया। उस पार्टी के खिलाफ बयानबाजी और भाषण देना ठीक नहीं है।