देश के स्कूल दोबारा खोल दिये गये हैं, लेकिन वहां पढ़ाई जैसा पुराना माहौल नजर ही नहीं आता। बच्चों की उपस्थिति न के बराबर है।
स्कूलों में पूरे समय पुलिस एवं सुरक्षा बल गश्त कर रहे हैं।
एक-एक बच्चे को उसकी पूरी तलाशी के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है। हरेक क्लास रूम में सघन जांच हो रही है।
स्कूलों के बाहर के हिस्से को भी सतत रूप से जांच की निगरानी में रखा गया है। आइए इससे जुड़े कुछ ऐसे दृÞश्य देखें जो बताते हैं कि किस तरह मजहब के नाम पर किये गये नरसंहार ने एक पूरे देश की शिक्षा प्रणाली को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है।