भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन के दौरान लापरवाही,नगर निगम के 9 कर्मचारी बर्खास्त
इंदौर नगर निगम (IMC) द्वारा स्थानीय नागरिकों से विसर्जन के लिए एकत्र की गयी गणेश प्रतिमाओं को ट्रकों से कथित तौर पर अपमानजनक तरीके से तालाब में फेंकेने का VIDEO सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। मूर्ति विसर्जन के दौरान मचे हल्ले पर नगर निगम की किरकिरी होने के मामले में अधिकारियों ने मंगलवार थाने जाकर अपने ही 9 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। दरअसल, इंदौर की जवाहर टेकरी पर पीओपी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन से जुड़े वीडियो वायरल होने के बाद निगम प्रशासन एक्टिव मोड में आया। वायरल वीडियो में लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले सात मस्टरकर्मियों, दो जिम्मेदार सुपरवाइजर की सेवा समाप्त करने के साथ ही निगम ने इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी है. वहीं, नगर निगम के जोनल अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है।
ये है पूरा मामला
जवाहर टेकरी पर जोन 13, 15 और 16 के माध्यम से गणेश प्रतिमाएं एकत्रित कर उनके विसर्जन की व्यवस्था की गई थी। मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं तो पर्यावरण हितैषी कुंड में विसर्जित कर दी गई थीं लेकिन पीओपी की प्रतिमाएं ट्रकों में भरकर जवाहर टेकरी ले जाकर विसर्जित की जानी थीं। जब विसर्जन की तस्वीरें सामने आईं तो हर कोई हैरान रह गया। निगम प्रशासन ने पूरे विधि विधान के साथ गणपति विसर्जन का वादा लोगों से किया था लेकिन मौके पर बप्पा के विसर्जन की बजाय उनकी प्रतिमा को फेंककर नष्ट किया जा रहा था।
सड़ांध भरे नाले में प्रतिमाओं का विसर्जन
अनंत चतुर्दशी पर इंदौर के जवाहर टेकरी पर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. उसी का एक वीडियो वायरल हो गया। प्रतिमा विसर्जन की ड्यूटी पर लगाए गए नगर निगम कर्मचारी गणेश प्रतिमाओं का अपमानजनक तरीके से विसर्जन करते दिख रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मचा हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
पाल ने बताया कि इस घटना पर आईएमसी के एक क्षेत्रीय अधिकारी और एक कार्यक्रम अधिकारी को निलंबित भी किया गया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पहले ही फैल चुका है। इसमें ट्रकों पर सवार आईएमसी कर्मचारी गणेश प्रतिमाओं को एक तालाब में धड़ाधड़ फेंकते नजर आ रहे हैं। वीडियो पर आक्रोशित नागरिक इस घटना से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होने की बात कहते हुए सोशल मीडिया पर आईएमसी प्रशासन की तीखी आलोचना कर चुके हैं।
सीएम शिवराज ने जताई थी नाराज़गी
इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) तक अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं और आम लोग भी नगर निगम के इस कृत्य से आक्रोशित हैं। अपने काम की दम पर शहर को चार चार बार सफाई में नंबर वन बनाने वाली नगर निगम की छवि पर भी बट्टा लगा है।