टोक्यो ओलंपिक: 86.65 मीटर दूस भाला फेंक फाइनल में पहुंचे नीरज, अब रचेंगे इतिहास!

खेल : टोक्यो। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) का 13वां दिन जो कि भारतीय दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। भारत (India) के स्टार जेवेलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Star Javelin Thrower Neeraj Chopra) ने अपने पहली प्रयास में शानदार थ्रो करते हुए 86.65 मीटर दूर भाला फेंका। इसके साथ वह फाइनल के लिए क्वालीफाई कर गए। फाइनल में सीधे प्रवेश करने के लिए 83.50 मीटर का थ्रो होना जरूरी है। नीरज अब 7 अगस्त को फाइनल मुकाबले में अपना दमखम दिखाएंगे। पुरुष भाला फेंक के क्वालीफिकेशन राउंड में नीरज चोपड़ा ग्रुप में पहले स्थान पर रहे।
वहीं अन्य खेलों में भी भारत को बड़ी उम्मीद है। रानी रामपाल (Rani Rampal) के अगुवाई में जहां भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian women’s hockey team) अर्जेंटीना (Argentina) की टीम से अपना सेमीफाइनल मुकाबला खेलेगी तो वहीं देश के पदक पक्का कर चुकी बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Boxer Lovlina Borgohain) 69 किग्रा भार वर्ग में सेमीफाइनल में तुर्की की बुसेनज सुरमेनेलीक (busenj surmeneliek) से भिड़ेंगी।
अब बात करें नीरज चोपड़ा की तो ओलंपिक में पदार्पण कर रहे 23 साल के इस खिलाड़ी ने अपने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई। चोपड़ा की ओलंपिक की तैयारियां चोट और कोविड-19 महामारी (covid-19 pandemic) के कारण प्रभावित हुई थी, लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिल्कुल निराश नहीं किया और ओलंपिक में अपने पहले ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली।
नीरज का बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप (Asian Championship) के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के बाद अपने बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला किया। क्वालिफिकेशन में तीन प्रयास का मौका मिलता है, जिसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रयास को गिना जाता है। पूर्व विश्व जूनियर चैम्पियन चोपड़ा ग्रुप-ए में 16 खिलाड़ियों के बीच शीर्ष पर रहे। उनका निजी और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.07 मीटर है, जो उन्होंने मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 3 में बनाया था।