नाथ 13 को पन्ना में करेंगे बड़ी सभा, कार्यक्रम स्थल को लेकर आपस में झगड़ रहे नेता
पार्टी के नेताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री का कार्यक्रम यदि जिला मुख्यालय में होता तो इसका अधिक प्रभाव हो सकता था, लेकिन व्यक्तिगत स्वार्थ और खुद को प्रमोट करने के चक्कर में कार्यक्रम स्थल ही बदल दिया गया।

पन्ना। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होना है। चुनाव में अब कुछ महीने ही शेष बचे हैं। चुनाव को नजदीक आता देख पीसीसी चीफ कमलनाथ मैदान में उतर गए हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने जिलों का दौरा कर चुनावी सभाएं भी कर रहे हैं। इसी क्रम में कमलनाथ पन्ना विधानसभा के अजयगढ़ नगर में 13 फरवरी को एक सभा को संबोधित करेंगे। जिसकी तैयारियां जारों पर चल रही है। कमलनाथ के पन्ना दौरे की जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शारद पाठक और आयोजक भरत मिलन पांडेय ने दी है। मिली जानकारी के अनुसार कमलनाथ के कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं में विवाद भी शुरु हो गया है।
दरअसल नवंबर महीने पन्ना विधानसभा के लिए कमलनाथ का कार्यक्रम तय हुआ था, जिसके लिए पन्ना शहर को चुना गया था। कार्यक्रम की तैयारियां भी हो चुकीं थी। लेकिन बाद में कार्यकम रद्द हो गया। अब जब पुन: कार्यक्रम किया जा रहा है तो इसका स्थान परिवर्तित कर दिया गया। बताया जाता है कि कार्यक्रम जिला कांग्रेस कमेटी को आयोजित करना था, लेकिन पैसों की तंगी के चलते कार्यक्रम के आयोजन की बोली लगा दी गई और भरत मिलन पाण्डेय ने संपूर्ण खर्च उठाने पर सहमति जताई तो अपने हिसाब से आयोजन स्थल ही बदल दिया। ऐसे में स्थानीय कांग्रेस नेता नाराज हैं।
भाजपा का गढ़ माना जाता है पन्ना
पार्टी के नेताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री का कार्यक्रम यदि जिला मुख्यालय में होता तो इसका अधिक प्रभाव हो सकता था, लेकिन व्यक्तिगत स्वार्थ और खुद को प्रमोट करने के चक्कर में कार्यक्रम स्थल ही बदल दिया गया। जबकि पन्ना में शहर में ही कांग्रेस के कई टिकट दावेदार हैं, लेकिन पार्टी ने आयोजन की जिम्मेदारी भरत मिलन को सौंप दी।पन्ना विधानसभा को वैसे भी भाजपा का गढ़ कहा जाता है। वर्तमान में प्रदेश के खनिज साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह यहां से विधायक है।
पार्टी में मचे घमासान से आहत हैं कार्यकर्ता
बृजेन्द्र प्रताप सिंह की लोकप्रिय छवि के विरूद्ध कांग्रेस को एकजुटता के साथ मेहनत करनी चाहिए थी। लेकिन यहां कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विवादों में है। हालाकि प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष शारदा पाठक ने आयोजक चुने जाने से इन्कार किया। लेकिन भरत मिलन पाण्डेय उनके सामने ही खुद को आयोजक बताते रहे। गौरतलब है कि पार्टी में मचे इस घमसान से आम कार्यकर्ता आहत है। ऐसे में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए बेहद मुश्किलें हो सकती हैं।