मिशन-2023: सरकार की विकास यात्रा कराएगी सत्ता में वापसी? विधानसभा चुनाव से पहले हर गांव-शहर में ‘बहेगी विकास की गंगा’
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को महज 10 महीने बचे हैं। जिसे देखते हुए प्रदेश में सत्ता और संगठन पूरी तरह एक्टिव हो गया है।

बृजेश रघुवंशी
मध्यप्रदेश में मिशन-2023 को भेदने के लिए भाजपा ने पूरी तरह कमर कस ली है। सत्ता में वापसी के लिए सत्ता और संगठन ने मिलकर पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है। इसी कड़ी में सबसे ज्यादा जोर विकास यात्रा पर दिया जा रहा है। सरकार की ये यात्रा बिल्कुल वैसे ही रहेगी जैसे कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा चल रही है। यात्रा की खास बात यह रहेगी कि यात्रा की शुरुआत सूर्योदय से होगी और यात्रा का समापन सूर्यास्त पर होगा। मध्यप्रदेश सरकार की ये विकास यात्रा 5 फरवरी से 25 फरवरी तक चलेगी। पहले ये यात्रा एक फरवरी से शुरु होनी थी। लेकिन अब अनुसूचित जाति को ध्यान में रखते हुए इस यात्रा को संत रविदास जयंती के मौके पर 5 फरवरी से शुरू किया जाएगा।इस दिन रविदास जयंती के कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे।मतलब साफ है कि अब इस यात्रा के बहाने भाजपा सरकार विधानसभा चुनाव से 10 महीने पहले ही जमीन पर जुड़कर पूरे प्रदेश को नापने की तैयारी में है। मध्य प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा निकाली जाने वाली इस विकास यात्रा में मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक भी शामिल होंगे।और इस पूरी यात्रा की जिम्मेदारी एमपी के कलेक्टरों को सौंपी गई है।
विकास यात्रा को लेकर एक्शन में शिवराज
विकास यात्रा को लेकर सीएम शिवराज पूरी तरह एक्शन में आ गए हैं।दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से लौटते ही सीएम शिवराज ने मंत्रियों की बैठक बुलाई ली। इस बैठक में ये भी तय किया गया कि अब यात्रा एक फरवरी से नहीं, बल्कि 5 फरवरी से संत रविदास जयंती के मौके पर शुरु की जाएगी। बैठक में सीएम शिवराज ने मंत्रियों को भी निर्देश दिये हैं। और कहा है कि कलेक्टर और जिला प्रशासन मंत्री गण से चर्चा कर विकास यात्रा का पूरा रोडमैप तैयार करें और यात्रा की तैयारियों में जुट जाएं। सीएम ने कहा कि जिला मुख्यालय के अलावा ब्लॉक में भी मंत्रियों के दौरे होंगे। इसकी ठीक योजना बने ताकि योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके। दौरे के दौरान विकास के लक्ष्यों का उद्देश्य पूरा हो और मंत्रीगण लौटने के बाद रिपोर्ट देंगे। जो काम पूरे हुए उनका लोकार्पण किया जाएगा, जो शुरू करने हैं उनका शिलान्यास होगा। सीएम ने आगे कहा है कि इस विकास यात्रा में हितग्राही सम्मेलन भी होंगे। गांव या ग्राम पंचायत के हितग्राही के सम्मेलन आयोजित होंगे। विकास यात्रा में अधिक से अधिक एरिया कवर हो। विकास यात्रा के पहले एक बार दो दिन के दौरे मंत्री गण जरूर करें। विकास यात्रा हमारे काम को जनता के बीच ले जाने का काम है।
कलेक्टरों को दी विकास यात्रा की जिम्मेदारी
विकास यात्रा की पूरी जिम्मेदारी कलेक्टरों की रहेगी। कलेक्टरों को यह बताना होगा कि यात्रा कितने किलोमीटर, कितने गांव और कितने वार्ड तक पहुंची। कलेक्टरों को विकास यात्रा का रोडमैप तैयार करके देना होगा। कलेक्टरों को अपने जिले में पहले गांव और पहले वार्ड से अंतिम वार्ड और गांव तक की रिपोर्ट देना होगी। विकास यात्रा के दौरान लोकार्पण और अन्य कार्यक्रमों की सूची पहले से ही तैयार रहेगी। विकास यात्रा के दौरान विभागीय मंत्री यात्राओं में निरीक्षण करेंगे। प्रभारी भी जिलों में उतरेंगे। यात्रा के दौरान जनता की समस्याएं सुनकर उनका समाधान किया जाएगा। राज्य सरकार की अलग-अलग योजनाओं का प्रचार प्रसार भी यात्रा के दौरान किया जाएगा। हर जिले में वार्ड और गांव स्तर तक लोकार्पण, शिलान्यास और शुभारंभों का कार्यक्रम बनेगा।मतलफ साफ है कि मध्यप्रदेश सरकार विधानसभा चुनाव से पहले पूरे प्रदेश की जमीन नाप देगी। और जनता के बीच जाकर मन भी टटोलेगी की आखिर इस बार मिशन-2023 फतह करना आसान है या फिर बड़ी चुनौती।