सूरज की तपिश: देश के कई जिलों में पारा 40 के पार, अप्रैल से जून तक तापमान रहेगा अधिक
नई दिल्ली। इस साल उत्तर और पूर्वी भारत में सूरज की तपिश लोगों को झुलसाएगी। मार्च के आखिरी हफ्ते में ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। गर्मी के चलते लोग बेहाल नजर आ रहे हैं। देश के कई हिस्सों में मार्च में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। हालांकि मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर आदि क्षेत्रों में अधिकतम तापमान के सामान्य से कम रहने का अनुमान लगाया है।
दिल्ली में 40 डिग्री तक पहुंचा तापमान
राष्ट्रीय मौसम पूवार्नुमान केंद्र के प्रमुख के काठी ने बताया कि मार्च में ही उत्तर और पूर्व भारत में गर्मी ने दस्तक दे दी है। यह पिछले 10 सालों में पहली बार है जब अप्रैल में गर्मी की लहरें देखी जा रही हैं। अमूमन पहले मई में मुख्य रूप से ये शुरू होती थी। लेकिन इस बार मार्च में भी बहुत अधिक तापमान दर्ज किया गया है। इसके पीछे बारिश की कमी, शुष्क हवा और साफ आसमान होना है। उन्होंने कहा, तेज हवाओं के कारण, दिल्ली में सोमवार, 29 मार्च को अधिकतम तापमान 40।1 डिग्री सेल्सियस को छू गया। जो 76 वर्षों में सबसे अधिक रहा
मौसम ने ली करवट
गौरतलब है कि देश के उत्तरी हिस्सों में पिछले दो दिनों से तेज रफ्तार से चल रही धूल भरी आंधी लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। आंधी तूफान चलने की वजह से गेंहू और दाल की फसलें भी चौपट हो रही है। साथ ही साथ लगातार बदल रहे मौसम से लोग भी सर्दी जुकाम के शिकार हो रहे हैं।
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उत्तर पश्चिमी हिस्सों में भी ज्यादा गर्मी की आशंका
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा, आगामी गर्मियों के मौसम (अप्रैल से जून) में, उत्तर, उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों और पूर्व मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है। आईएमडी ने बताया कि अभी भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मध्यम ला नीना की स्थिति बनी हुई है और समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सामान्य से नीचे हैं।