मनोज वाजपेई बोलें – आप ऐसी फिल्म क्यों नहीं बनाते हो

मुंबई – दूसरी भाषाओं में बनीं फिल्म हिन्दी भाषाई दर्शकों को जमकर लुभा रही है और करोड़ों का मुनाफा कमा रही है। हाल ही में आरआरआर और केजीएफ चैप्टर 2 ने पैन इंडिया 2 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है। लेकिन करोड़ों की कमाई ने इस धंधे का गणित बिगाड़ दिया है। अपनी शानदार एक्टिंग के लिए मशहूर मनोज बाजपेयी ने कहा कि ब्लॉकबस्टर फिल्मों के द्वारा की गई करोंड़ों की कमाई ने इस बिजनेस का मजा या फिर कहें को बॉक्स ऑफिस का डायनामिक्स खराब कर दिया है। क्योंकि ऐसी के कारण लोग कंटेंट से ज्यादा बॉक्स ऑफिस कलेक्टशन पर ध्यान दे रहे हैं।
कंटेंट की कम पैसे की बात ज्यादा – मनोज
अपनी शानदार एक्टिंग के दम पर किरदारों में जान ड़ालने वाले मनोज बाजपेयी की गैंग्स ऑफ वासेपुर में निभाया गया किरदार आज भी लोगों को याद है। लेकिन एक्टिंग इंडस्ट्री के डायनामिक्स को लेकर मनोज कहते है कि अब लोग फिल्म व्यवसाय, सामग्री और प्रदर्शन पर चर्चा करते हैं। लेकिन कोई इस बात के बारे में बात ही नहीं कर रहा है कि फिल्म कैसी है? सबको करोड़ों की कमाई की चिंता है कि कोई बात करने को राजी नहीं है की परफॉर्मेंस कैसी है। बाजपेयी ने कहा कि क्या है ना … हम सब 1000 करोड़ और 300 करोड़ और 400 करोड़ के चक्कर में फंसे हुए हैं। ये झगड़ा कोई अभी का नहीं है बल्कि ये झगड़ा कई सालों से चल रहा है… और मुझे लगता है कि ये जल्द ही खत्म होने वाला नहीं है।
मैं कभी नहीं रहा ऐसी दुनिया का हिस्सा
मनोज ने कहा कि मैं कभी भी ऐसी दुनिया का हिस्सा नहीं रहा हूँ, हम और कुछ अच्छी फिल्में करेंगे। लेकिन हम बदलते डायनामिक्स के चलते अपनी पसंद को बदलने वाले नहीं है। अब इन 1 हजार करोड़ की फिल्मों के साथ, सिनेमाघरों में कंटेंट वाली फिल्मों को रिलीज करना पहले से ज्यादा मुश्किल होगा। वैसे भी हमारी फिल्म को सिनेमाघरों में रिलीज करना पहले कठिन था। और अब हजार करोड़ रुपए की फिल्मों के कारण यह कठिन हो जाएग। बता दें कि मनोज बाजपेई की तरह नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने इन फिल्मों के कलेक्शन कटाक्ष किया था।